बिलासपुर। 17 सितम्बर विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर सीपत एनटीपीसी प्रबंधन ने कोरबा से 300 से ज्यादा मजदूरों को खुले मालगाड़ी में बैठकर सीपत लाया गया। मज़दूरोबके जान के साथ खिलवाड़ करते हुए करीब 50 किलोमीटर सफर कराया गया। इसके बाद सभी मजदूरों को सीपत से फिर वापस कोरबा पहुंचाया गया। इस दौरान सभी मजदूरों की जान खतरे में पड़ गया था। किसके आदेश पर मजदूरों को खुले मालगाड़ी में सफर कराया गया। अभी स्पष्ट नहीं है।
एनटीपीसी सीपत एनटीपीसी प्लांट में 17 सितम्बर को भगवान विश्वकर्मा जयंती मनाई गई। इस दौरान कोरबा से भारी संख्या में मजदूरों को मालगाड़ी में ढोकर सीपत लाया गया। मालगाड़ी के चारो तरफ मजदूरों लटके हुए थे। इससे कभी भी दुर्घटना हो सकती थी। हालांकि अभी तक दुर्घटना होने की जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर ठेका कंपनी में काम करने वाले हैं। भीड़ बढ़ाने के लिए सीपत लाया गया था। इसमें कोरबा के कोयला खदान एरिया दीपका से भी मजदूर पहुंचे थे।
रनेट मीडिया में वयरल हुआ वीडियो
एनटीपीसी प्रबंधन के इस आयोजन में ठेकेदारों के सुपरवाइजर और मजदूरों को मालगाड़ी में समान के तरह लड़कर लाते हुए वीडियो इंटरनेट मीडिया में वयरल हो रहा है। वीडियो बहुत खतरनाक नजर आ रहे हैं। मजदूर इंजन और खुले डिब्बे में लटकते हुए दिखे।
एनटीपीसी का निजी रेल लाइन है
सीपत एनटीपीसी प्रबंधन ने रेलवे से अनुबंध कर कोरबा के कोयला खदानों से कोयला ढोने के लिए निजी रूप से रेल लाइन बिछाया है। इस रेलवे लाइन में कोयला ढुलाई के लिए सिर्फ मालगाड़ियां ही चलती है।