कोरोना वायरस लॉकडाउन (coronavirus lockdown) में राज्य सरकारों ने शराब के ठेके खोल (wine shops open) दिए हैं। ठेकों पर लगनेवाली भीड़ चिंता का कारण तो बनी लेकिन सरकारों ने इस दौरान भी कुछ ऐसे नुस्खे निकाले जिससे राजस्व बढ़े और लोगों को दिक्कत कम हो। इसमें शराब की होम डिलिवरी, ब्रैंड के हिसाब से सेस, कोरोना चार्ज, शराब का ई-टोकन आदि शामिल है। कुछ राज्यों में शराब की होम डिलिवरी करीब 40 दिन बाद जैसे ही शराब की दुकानें खुलीं वहां लंबी लाइनें लग गईं। सोशल डिस्टेंसिंग की भी खूब धज्जियां उड़ी थीं। इससे बचने के लिए कुछ राज्यों ने शराब की होम डिलिवरी का फैसला लिया। फिलहाल छत्तीसगढ़, पंजाब, पश्चिम बंगाल में यह सुविधा शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली में अभी इसकी चर्चा है। दिल्ली में पहले लें ई-कूपन, फिर तय वक्त पर जाकर शराब शराब की सरकारी दुकानें खुलने के बाद उमड़ रही भीड़ को कम करने के मकसद से एक्साइज डिपार्टमेंट एक नया प्रयोग करने जा रहा है। विभाग ने ई-कूपन सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है। इसके लिए वेब लिंक www.qtoken.in बनाया गया है। अगर कोई शराब खरीदना चाहता है तो इस लिंक पर जाकर अपने आसपास की दुकान पर जाने का समय ले सकता है। दुकान पर जाने के समय का एक ई-कूपन यूजर के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा। तय समय के बीच दुकान पर जाकर शराब खरीदी जा सकती है। इससे लोगों को लंबी-लंबी लाइनों में नहीं लगना होगा। वेब लिंक पर 160 सरकारी दुकानों की लिस्ट है, जहां शराब बेची जा रही है। जिस दुकान को चुनेंगे, उसके लिए ई-कूपन जनरेट होगा। एक दुकान पर एक घंटे में 50 लोगों को ई-कूपन जारी किए जाएंगे। हालांकि, अभी साइट ठीक से खुल नहीं रही है। शराब पर कोरोना चार्ज शराब की दुकानों को खोलना एक तरह से सरकारों की मजबूरी भी बन गई थी। सरकारी खजाना खाली हो रहा था। शराब से आनेवाला राजस्व सरकारी खजाने में बड़ी भूमिका निभाता है। बीते मंगलवार को शराब पर 70 फीसदी कोरोना फीस लगाई गई और यह फीस लगाए जाने के बाद के आंकड़ों को देखें तो 4.5 करोड़ रुपये की शराब बिकी, जिस पर 3.15 करोड़ रुपये की कोरोना फीस सरकार को मिली है। दिल्ली सरकार को लॉकडाउन से पहले शराब की बिक्री से हर महीने करीब 500 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था और अब सरकार ने शराब पर कोरोना फीस लगा दी है। हरियाणा में ब्रैंड के हिसाब से सेस हरियाणा में बुधवार से ठेके खोल दिए गए हैं। हरियाणा सरकार ने शराब पर टैक्स बढ़ा दिया है। सरकार ने बढ़े हुए दामों को अलग-अलग तरीकों से बांटा है। देश में बनने वाली शराब पर पांच प्रतिशत सेस लगाया गया है। जबकि विदेशी शराबों पर 20 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। इसी तरह बियर पर भी अतिरिक्त टैक्स लगाया गया है। हरियाणा सरकार ने स्ट्रांग बियर पर पांच रूपये और अन्य बियर पर दो रुपये का इजाफा किया है। वहीं 375 एमएल बाहरी विदेशी शराब की बोतल में 50 रूपये अतिरिक्त देने होंगे। प्राइवेट दुकानों को भी खुलने की मिलेगी इजाजत दिल्ली में सरकारी और प्राइवेट को मिलाकर शराब की करीब 864 दुकानें हैं, जिसमें से 475 सरकारी और 389 प्राइवेट दुकानें हैं। अभी 160 प्राइवेट दुकानें ही चल रही हैं। अब कुछ प्राइवेट दुकानें भी खोली जा सकती है।