जयपुर. राजस्थान में बुधवार को शेखावाटी शहित कई स्थानों पर अंधड़ और ओलावृष्टि हुई। बूंदी में मेगा हाईवे पर एक पेड़ टूट कर सड़क पर गिर गया। शोखावाटी के चूरू जिले में बारिश और ओलावृष्टि लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। सुजानगढ़ में नींबू से छोटे आकार के ओले गिरे।
सीकर के फतेहपुर ब्लाक में आधा घंटा ओले गिरे
सीकर के मांडेला, कारंगा में बुधवार शाम को नींबू के आकार के ओले गिरे। फतेहपुर ब्लॉक के भी कई गांवों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। इसके अलावा खूडी, बिराणियां, बेसवा आदि गांवों में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर बुधवार को अधिकतम 37 और न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री पारा दर्ज किया गया। सीकर में करीब आधा घंटे तक ओले गिरने से यहां सड़कों पर सफेदर चादर सी बिछ गई।।
चूरू में लगातार दूसरे दिन भी ओले गिरे
चूरू जिले में बारिश और ओलावृष्टि लगातार दूसरे दिन भी हुई। बुधवार को सुजानगढ़, सालासर और सरदार शहर कस्बों के गांवों में चने के आकार के ओले गिरे। चूरू में सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ गया। यहां करीब आधे घंटे रुक-रुककर बादल गरजने के साथ बारिश हुई।
चूरू में चार दिन में 76 एमएम बारिश हुई
पिछले चार दिन में जिले में 76 एमएम बारिश हुई है। बुधवार को सुजानगढ़ में 10 एमएम, सरदारशहर में नौ एवं चूरू में दो एमएम बारिश हुई है। चूरू के तापमान में पिछले चार दिनों में आठ डिग्री तक की गिरावट आई है। दो मई को 45.2 डिग्री तक तपने वाले चूरू का तापमान छह मई को 36.9 डिग्री पर आ गया। एक से छह मई तक तीन बार बारिश-ओलावृष्टि होने से दिन के तापमान में नौ व रात के तापमान पांच डिग्री तक की गिरावट हुई है।
- सुजानगढ़: यहां दोपहर में करीब 15 मिनट तक बारिश- ओले जारी रहे। नींबू से छोटे आकार के ओले गिरने से अफरा-तफरी मच गई। बाद में धूप खिली। कस्बे में बारिश के चलते मुख्य बाजारों व गलियों में पानी भर गया। रास्ते बाधित हो गए। 15 मिनट में 10 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।
- सालासर: यहां भी दोपहर में 20 मिनट तक बारिश व ओलावृष्टि हुई।
- सरदारशहर: तहसील के गांवों में ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। ओालों से कपास की फसल चौपट हो गई। अब किसानों को दुबारा बुआई करनी पड़ेगी। गांव उदासर बीदावतान, भैरूसर, सारसर व देराजसर के खेतों में ओले गिरे।
बूंदी में तेज अंधड़ से पेड़ उखड़े
बूंदी में शहर और देहात में बुधवार को तेज अंधड़ के साथ बारिश हुई। आंधी से पेड़ों की टहनियां टूटकर गिर गईं। लाखेरी में आधे घंटे झमाझम बरसात हुई। कोटाखुर्द व लबान के बीच मेगा हाईवे पर पेड़ गिर गया। बगली गांव में घरों के टिन तक उड़ गए।
इसलिए बिगड़ रहा मौसम
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ठंडी हवाओं ने प्रदेश के मौसम तंत्र को बदल दिया है। अमूमन इस महीने में प्रदेश में 40 डिग्री से अधिक तापमान रहता है। लेकिन, उत्तरी-पूर्वी हवाओं के प्रदेश में आने के कारण गर्म हवाओं का असर कम हो गया है।