जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंक के पोस्टर ब्यॉय और हिजबुल का जम्मू कश्मीर चीफ कमांडर रियाज नायकू को ढेर कर दिया है। कई सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों की मौत का जिम्मेदार नायकू के सिर पर 12 लाख रुपए का इनामी घोषित था। पुलवामा में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया। वह जिस घर में था उसे आईईडी से उड़ा दिया गया।
कभी गणित का टीचर रहा और पेंटिंग का शौकीन रहा नायकू आतंकवाद का सबसे प्रमुख चेहरा बन गया था। घाटी में बुरहान वानी के खात्म के बाद रियाज नायकू यहां युवाओं को बरगलाता था और आतंकी समूह में शामिल करता था। 2016-17 तक वह मस्जिदों में जाकर युवाओं को संबोधित करता था। फिर बाद में वह सोशल मीडिया के सहारे युवाओं को आतंक की राह पर धकेलने लगा। दक्षिणी कश्मीर के छह जिलों में नायकू की बड़ी पैठ थी।
नायकू पाकिस्तान में हिजबुल के मुखिया सैयद सलाउद्दीन का करीबी बताया जाता था। 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नायकू कश्मीर में आतंक का सबसे बड़ा चेहरा बन गया। टेकनॉलजी की अच्छी समझ रखने वाला नायकू हिजबुल में शामिल होने से पहले स्कूली बच्चों को गणित का ट्यूशन पढ़ाया करता था।
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने कहा कि रियाज नायकू ने कई सुरक्षाबलों और नागरिकों को मारा था। आतंकवादियों का रोल मॉडल था। इससे आतंकवादी भर्तियों में कमी आएगी और सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ेगा। जो भी इसकी जगह लेगा उसे भी मौत के घाट उतारा जाएगा।