नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दहशत और लॉक डाउन की मार से घायल भारत के 27 राज्यों में से 20 राज्यों की जनता एक नई परेशानी का शिकार हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के कम से कम 20 राज्यों में धूल भरी आंधी, तूफानी बारिश, तेज हवाएं ओलावृष्टि हो सकती है। कुल मिलाकर मौसम वैज्ञानिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत के चारों तरफ आसमान में कुछ इस तरह की हलचल हो रही है कि उसका सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
अगले 72 घंटे मौसम खराब रहेगा
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि कई राज्यों में भारी बारिश / गरज के साथ छींटे गरज-चमक, ओलावृष्टि की खबरें सामने आईं हैं। अगले तीन दिन अथवा 72 घंटों तक इसी प्रकार का मौसम बना रहने की संभावना है। इसके चलते कई शहर प्रभावित होंगे।
इन राज्यों में सबसे ज्यादा परेशानी
पूर्वानुमान में कहा गया कि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। आइएमडी ने कहा कि गरज के साथ आंधी तूफान, बिजली की आंधी, हवाओं के साथ बाकी क्षेत्रों में खराब मौसम जनजीवन प्रभावित कर सकता है।
यहां देखें प्रभावित होने वाले राज्यों की सूची
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान तेज आंधी व बारिश का क्रम जारी रहने की संभावना है। पूर्व और उत्तर-पूर्व के लिए अगले तीन से चार दिनों के लिए संभावना है कि यहां असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल की पहाड़ियों और सिक्किम पर गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के मैदानी इलाकों में गरज के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। इन राज्यों में Thundersqualls (हवा की गति 50-60 किमी / घंटा) रहेगी और कई स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। हरियाणा राज्य के अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकुला, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, पानीपत, रीवापत, आदि जिलों में तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। IMD यानी मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अगले तीन दिनों के दौरान विदर्भ पर और दो दिनों के लिए तेलंगाना के ऊपर हीट वेव की स्थिति बनी रह सकती है।
संक्षेप में समझें प्री-मानसून का यह है सिस्टम
एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिम पाकिस्तान से उत्तर-पश्चिम भारत के रास्ते पर पहुँच गया है। एक चक्रवाती सिस्टम हरियाणा के ऊपर मंडरा रहा है, जहाँ से पश्चिम-पूर्वी प्रभाव उभरा है, जो पूरे उत्तर-पूर्व बांग्लादेश तक फैला हुआ है। यह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के तक असर पैदा कर सकता है। प्री-मानसून के संभावित रूप से प्रभावित होने वाले इलाकों में ये सब आते हैं। इस समय बंगाल की खाड़ी में चक्रवात किसी भी समय विकसित हो सकता है लेकिन इसकी संभावनाएं कम हैं। लेकिन इसके समानांतर ही प्री-मॉनसून थंडरस्टॉर्म गतिविधि पर अब सारा फोकस आ गया है।