कश्मीर घाटी की कवरेज के लिए 3 भारतीय फोटोग्राफर्स को पुलित्जर पुरस्कार

Posted By: Himmat Jaithwar
5/5/2020

भारत के 3 फोटोग्राफर्स को प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार सम्मान मिला है। तीनों जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं। पिछले साल घाटी में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद की स्थितियों को अपने कैमरे के जरिए लोगों तक पहुंचाने वाले फोटोग्राफर्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को पुलित्जर फीचर फोटोग्राफी पुरस्कार मिला है। यह सभी न्यूज एजेंसी असोसिएटेड प्रेस (एपी) के लिए काम करते हैं।

यासिन और मुख्तार श्रीनगर में रहते हैं, जबकि आनंद जम्मू जिले के निवासी हैं। चन्नू आनंद पिछले 20 सालों से एपी के साथ जुड़े हुए हैं। पुरस्कार जीतने पर बेहद खुश आनंद ने कहा, 'मैं आश्चर्यचकित हूं। मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है।' देर रात इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा हुई। इन तीनों ने घाटी के सामान्य जनजीवन के साथ ही प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की तस्वीरों को भी दुनिया तक पहुंचाया।

पिछले साल 5 अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों में संशोधन किया था। इसके बाद पूरे प्रदेश को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इससे पहले ही कश्मीर के प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। यहां महीनों तक कर्फ्यू लगा रहा और टेलिफोन के साथ-साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगी रही।

'न्यूयॉर्क टाइम्स', 'एंकरेज डेली न्यूज', 'प्रो पब्लिका' को पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। देर रात इन पुरस्कारों की घोषणा हुई। तीनों को अमेरिका में भ्रष्टाचार, लॉ इन्फोर्समेंट, यौन हिंसा और नस्लभेद जैसे विषयों पर पड़ताल करती रिपोर्ट्स के लिए पुरस्कार मिले। न्यूयॉर्क टाइम्स की झोली में 3 अवॉर्ड आए।

इनके अलावा 'द न्यू यॉर्कर', 'द वॉशिंगटन पोस्ट', 'असोसिएटेड प्रेस', 'द लॉल एंजिलिस टाइम्स', 'द बाल्टिमोर सन', 'द फीलिस्तीन हेराल्ड प्रेस' को भी अलग-अलग खबरों के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पिछले महीने बोर्ड ने पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा स्थगित कर दी थी।

पुलित्जर पुरस्कार की शुरुआत 1917 में की गई थी। यह अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है, जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है। पिछले साल यह पुरस्कार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' और 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार से संबंधित जानकारियां सामने लाने के लिए दिया गया था।



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