नई दिल्ली. देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन का तीसरा फेज (Lockdown-3.0) शुरू हो गया है. इस बार लॉकडाउन के दौरान देश के सभी जिलों को तीन जोन में बांटा गया है और जोन के मुताबिक उन्हें कुछ छूट भी दी गई हैं. इन रियायतों में दुकान खोलने से लेकर दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों (MigrantLabor) को उनके घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन (Special Train) चलाने की व्यवस्था भी शामिल है. अगर आप भी इस लॉकडाउन कहीं फंसे हुए हैं और ट्रेन से अपने घर जाना चाहते हैं, तो आपको संबंधित राज्य की ओर से दिए गए लिंक पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
किस राज्य के लोग कहां कराएं रजिस्ट्रेशन
तमिलनाडु में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
http://tnepass.tnega.gov.in
राजस्थान में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://emitraapp.rajasthan.gov.in/emitraApps/covid19MigrantRegistrationService
गुजरात में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://www.digitalgujarat.gov.in/loginapp/CitizenLogin.aspx
पंजाब में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://covidhelp.punjab.gov.in
हिमाचल प्रदेश में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
http://covidepass.hp.gov.in/
हरियाणा में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://edisha.gov.in/eForms/MigrantService
ओड़िशा में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://covid19regd.odisha.gov.in/
महाराष्ट्र में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://covid19.mhpolice.in
कर्नाटक में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
https://sevasindhu.karnataka.gov.in/Sevasindhu/English
उत्तराखंड में फंसे लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक
http://dsclservices.org.in/uttarakhand-migrant-registration.php
http://smartcitydehradun.uk.gov.in/
लॉकडाउन के तीसरे चरण में राज्य सरकारें आपस में बात करके रेल मंत्रालय से स्पेशल ट्रेन चलाने की सिफारिश कर सकती हैं. फिलहाल स्पेशल ट्रेन का किराया यात्रियों से ही वसूला जा रहा है जो पार्टियों के बीच विवाद का मुद्दा बनता जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को ऐलान किया कि वह प्रवासी मजदूरों का किराया खुद वहन करेगी. इसी के साथ कई राज्यों ने प्रवासी मजदूरों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का काम शुरू कर दिया है. बताया जाता है कि सरकार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए ही पता कर सकेगी कि उसे कितनी ट्रेनों की जरूरत है.
सरकार की ओर से चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनों की खास बात ये हैं कि यह जिस स्टेशन से चलेंगी और जहां तक इनका रूट तय किया गया है उनके बीच पड़ने वाले स्टेशनों में कहीं नहीं रुकेंगी. यही नहीं इन ट्रेनों में सवार यात्रियों को राज्य सरकारें 15 से 21 दिनों तक क्वारंटाइन में रखेंगी. सरकार का मानना है कि अगर यात्रियों में कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो यह किसी भी राज्य के लिए खतरा बन सकता है.
300 ट्रेनें चलाने पर किया जा रहा है विचार
रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इसके लिए केवल भेजने वाले और पाने वाले राज्य ही आपस में बात कर ट्रेन चलवाने की मांग कर सकते हैं. इन ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों के अलावा विभिन्न राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, शरणार्थी, टूरिस्ट को भी घर भेजने की व्यवस्था की जा रही है.रेल मंत्रालय के मुताबिक सोमवार तक इस तरह के 58 स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की जा चुकी हैं. अगर रेल मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो अगले कुछ दिनों में इंडियन रेलवे इस तरह की 300 और ट्रेनें चलाने की मांग आ सकती है, जिसके लिए रेलवे की तैयारी पूरी है.