पाकिस्तान सेना ने कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को भारी गोलाबारी की थी। इसमें तीन जवान और दो लड़कियां घायल हो गई थीं। इनमें से दो जवान ने इलाज के दौरान शुक्रवार देर रात दम तोड़ दिया।
उधर, लड़कियों की पहचान शनाजा बानो और थाईरा बानो के रूप में हुई। इनका भी इलाज चल रहा है और इनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने शुक्रवार दोपहर 3.30 बजे बारामूला के रामपुर इलाके में गोलीबारी के साथ मोर्टार दागे और अग्रिम चौकियों और असैन्य इलाकों को निशाना बनाया था। भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की और यह गोलाबारी एक घंटे से ज्यादा वक्त तक चली।
पाकिस्तान लगातार गोलीबारी कर रहा
- पाकिस्तान उत्तर कश्मीर में लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। 27 अप्रैल को उरी सेक्टर में गोलीबारी की थी। हालांकि, इस दौरान भारत को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था।
- इसके पहले, कुपवाड़ा में 12 अप्रैल पाकिस्तान ने फिर गोलीबारी की थी। तब तीन आम नागरिक मारे गए थे। इनमें एक महिला और एक बच्चा शामिल था।
- वहीं, 5 अप्रैल को एक मुश्किल ऑपरेशन में सेना की 4 पैरा यूनिट के जवानों ने 5 घुसपैठियों को मार गिराया। हालांकि, सेना की सबसे मुश्किल ट्रेनिंग लेने वाली पैरा यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे। आर्मी की यह वही यूनिट है, जिसने 2016 में उड़ी आतंकी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक का नेतृत्व किया था।
जनवरी-फरवरी में सीजफायर उल्लंघन की 646 घटनाएं हुईं
सेना के सूत्रों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और एलओसी पर इस साल एक जनवरी से 23 फरवरी तक पाकिस्तान की तरफ से 646 संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाएं हुईं। वहीं, 2019 में इनकी संख्या 3,200 थी। सेना के अफसरों का कहना है कि पाकिस्तान की सेना कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए घुसपैठ कराने की कोशिश में रहती है। इसे कामयाब बनाने के लिए सीमा पार से गोलीबारी की जाती है।