लंदन. कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत के जून तक होने वाले लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इंग्लैंड में इस बीच कोरोना के बीच अधिकारियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अंपायर मैनेजर क्रिस कैली के साथ बैठक की। इस दौरान एक नियम बनाया गया, जिसके तहत अंपायर्स को अधिकार दिया गया है कि वे मैच के दौरान गेंदबाज समेत किसी भी खिलाड़ी का कोई भी सामान रखने से मना कर सकते हैं। साथ ही जब भी मैच (खासकर टी-20) में गेंद दर्शकों में जाएगी, उसे हर बार जांचा जाएगा। यह सब लगातार फैल रही महामारी को ध्यान में रखकर फैसले किए गए हैं।
कोरोनावायरस खत्म होने और जल्द क्रिकेट के पटरी पर लौटने की उम्मीद बेहद कम है। इंग्लैंड में पहला 100 बॉल टूर्नामेंट ‘द हंड्रेड’ 17 जुलाई से 15 अगस्त तक होना है। अंपायरों के लिए यह नए फैसला इसी टूर्नामेंट से लागू करने की योजना है। हालांकि, महामारी के कारण ‘द हंड्रेड’के टलने की पूरी संभावना है।
गेंदबाज फेंककर अपना सामान मैदान से बाहर रख सकेंगे
मैच में अब अंपायर खिलाड़ियों खासकर गेंदबाजों के स्वैटर, कैप और अन्य सामान रखने से मना कर सकते हैं। गेंदबाजों को बाउंड्री के पास से ही कपड़े समेत अन्य सामान को फेंककर बाहर रखना होगा। बैठक में एक और फैसला लिया गया। इसके मुताबिक, जब भी मैच के दौरान कोई बॉल सिक्स के जरिए या अन्य कारणों से दर्शकों के बीच जाएगी, तो हर बार गेंद की जांच करना अनिवार्य होगा। यह नियम खासकर टी-20 में कोरोनावायरस का संकट पूरी तरह खत्म नहीं होने तक लागू रहेगा।