नई दिल्ली. कोरोनावायरस संक्रमण से मुक्त देश के 354 जिलों में साेमवार से लाॅकडाउन के फेज-2 में ढील का दौर शुरू होगा। किराना दुकानें दिनभर खुलेंगी। शहराें से बाहर स्थित फैक्ट्रियों में काम शुरू हाे जाएगा। यहां के लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम भी खरीद सकेंगे। प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन जैसी सर्विसेज और निर्माण कार्य शुरू करने की भी छूट रहेगी।
हालांकि, इन कामाें के लिए जरूरी हार्डवेयर की दुकानें खुलने पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। संक्रमण मुक्त इलाकों में अन्य कौनसी दुकानें खुलेंगी, उस पर सरकार रविवार काे स्पष्टीकरण जारी कर सकती है। अभी देश में 170 जिले रेड, 207 ऑरेंज और 354 ग्रीन जोन में हैं।
छूट का मकसद कुछ सेक्टराें में आर्थिक गतिविधियां बहाल करना
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रिसमूह ने लाेगाें की दिक्कतें कम करने और लाॅकडाउन में आंशिक छूट की तैयारियाें की समीक्षा की। एक दिन पहले पीएमओ ने भी सात प्रमुख मंत्रालयाें के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की थी। लाॅकडाउन में छूट का मकसद कुछ सेक्टराें में आर्थिक गतिविधियां बहाल करना है।
20 अप्रैल से राष्ट्रीय राजमार्गाें पर टाेल वसूली बहाल करने का फैसला
मंत्रिसमूह ने श्रमिकाें काे फैक्ट्रियाें तक लाने और छाेड़ने पर भी चर्चा की। महामारी से निपटने के लिए रिटायर्ड डाॅक्टराें, स्वास्थ्य पेशेवराें और फाइनल ईयर के मेडिकल छात्राें की सेवाएं लेने के सुझाव पर भी विचार किया गया। इसी बीच, नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ने भी 20 अप्रैल से राष्ट्रीय राजमार्गाें पर टाेल वसूली बहाल करने का फैसला किया है।
ग्रीन जोन वाले इलाके हॉटस्पॉट की तुलना में गरीब
- शहरी इलाके वायरस से ज्यादा संक्रमित हैं। मुंबई और दिल्ली समेत 20 आर्थिक केंद्र रेड जाेन में हैं। इनमें इंदाैर, अहमदाबाद, वडाेदरा, चेन्नई, पुणे, जयपुर, काेयम्बटूर, हैदराबाद, आगरा, काेलकाता प्रमुख हैं।
- इन 20 जिलों में संक्रमण के स्तर का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कुल संक्रमितों में से 50% से ज्यादा और 67% माैतें इन्हीं जिलाें में हुई हैं। यहां आर्थिक केंद्रों पर आर्थिक गतिविधियां अभी शुरू होने की संभावना नहीं।
- एक बिजनेस अखबार के विश्लेषण के मुताबिक, ग्रीन जाेन में आने वाले 354 जिले रेड जाेन या हॉटस्पॉट में शामिल जिलाें की तुलना में गरीब हैं। यहां शुरू होने वाली आर्थिक गतिविधियाें का प्रभाव व्यापक नहीं हाेगा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण से स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा होगा। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि जब तक मांग का चक्र शुरू नहीं होगा, तब तक फैक्ट्रियों में काम और उत्पादन का स्तर पहले जैसा नहीं हो पाएगा।
संक्रमित राजधानियां
राजधानी |
मरीज |
मुंबई |
2,269 |
दिल्ली |
1,707 |
अहमदाबाद |
765 |
जयपुर |
497 |
हैदराबाद |
417 |
चेन्नई |
233 |
भाेपाल |
208 |
लखनऊ |
104 |
बेंगलुरू |
97 |
श्रीनगर |
78 |
देहरादून |
20 |
चंडीगढ़ |
23 |
तिरुवनंतपुरम |
14 |
काेलकाता |
11 |
हरियाणा: ढाई करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग को 19 हजार टीमें
संक्रमण रोकने के लिए हरियाणा सरकार प्रदेश के सभी ढाई करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। इसके लिए 30 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की 19,663 टीमें बनाई हैं। सामान्य स्थिति वाले जिलों में आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी वर्कर स्क्रीनिंग करेंगी। कंटेनमेंट जोन में इनके साथ पुलिस और डॉक्टर भी जाएंगे। डेटा रिकॉर्ड करने के लिए एप डेवलप किया गया है। आशा वर्कर टैब के जरिये हर व्यक्ति का ब्योरा दर्ज करेंगी। जिसमें संक्रमण के लक्षण दिखेंगे, उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा। हरियाणा में 227 संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि टीमें एक सप्ताह में स्क्रीनिंग पूरी कर लेंगी।