कोरोना के कारण डर का माहौल कुछ ऐसा है कि दिल्ली में एक घर के बाहर जब लोगों को 500 के कई नोट पड़े दिखे तो किसी की हिम्मत नहीं हुई कि उसे हाथ लगाएं। कई मिनट तक दूर से ही लोग देखते रहे, फिर जाकर किसी ने पुलिस को फोन किया। लोगों में डर था कि कहीं ये नोट कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं। ये घटना बुधवार को उत्तरी दिल्ली के लॉरेंस रोड की है।
यह सब दोपहर 1.15 बजे शुरू हुआ जब किसी ने एक घर के बाहर तीन गंदे नोट पड़े देखे। सब देख रहे थे लेकिन पैसों पर का दावा करने वाला कोई नहीं था। 1.27 बजे केशवपुरम थाने में फोन किया गया। पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन वे भी चांस नहीं लेना चाहते थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि “हम सड़क से हट गए और लोगों को घरों में भेज दिया। हम में से एक ने नोटों को लेने के लिए हाथ के दस्ताने पहने थे। फिर हमने उन्हें सिनिटाइसर से स्प्रे किया और एक लिफाफे में पैक किया''।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने चारों ओर पूछा, लेकिन किसी ने नोटो पर दावा नहीं किया। जिन लोगों के घर के बाहर करेंसी नोट पाए गए, उन्होंने भी उन पर दावा नहीं किया। अधिकारी ने कहा कि 'सड़क पर से पैसे पड़े हैं और कोई दावा नहीं कर रहा, ये तो राम राज्य जैसा है।' लेकिन पुलिसकर्मियों के थाने लौटने के बाद नोटों को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया। पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) विजयंत आर्य ने बताया, "एक महिला चरणजीत कौर ने दावा किया कि ये नोट उसके हैं।
पास के शकूरपुर के एक सरकारी स्कूल में टीचर 49 वर्षीय शिक्षिका कौर ने पुलिस को बताया कि नोट मॉल आरजी सिटी सेंटर के एक एटीएम से निकाले थे। उन्होंने नोटों में कोरोना के डर से उन्हें धोकर बालकनी में डाला था जिनमें से तीन हवा से उड़ गए थे। हालांकि कौर को उनके नोटों के चलते सड़क पर हुए ड्रामे की कोई जानकारी न थी।