किसी ने कोरोना से लड़ने के लिए बच्चों को छोड़ा; कोई प्रदेश को संक्रमण से मुक्त कराने तक घर जाने काे तैयार नहीं

Posted By: Himmat Jaithwar
4/16/2020

रायपुर. कोरोना संक्रमण को रोकने लिए हर कोई अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ पुलिस की महिला वॉरियर भी पीछे नहीं हैं। इमरजेंसी में दोगुनी ड्यूटी कर रहीं इन सिपाहियों ने अपने बच्चों और घर तक को छोड़ दिया है। कोरबा का हॉटस्पॉट बन चुके कटघाेरा में नियुक्त एक महिला सिपाही ने तो प्रदेश के संक्रमण मुक्त होने तक घर नहीं जाने का फैसला लिया है। 

जनता कर्फ्यू के दिन से घर नहीं गईं, लगातार ड्यूटी कर रहीं

छत्तीसगढ़ का हॉटस्पॉट बन चुके कटघोरा में ड्यूटी कर रहीं पुलिस कांस्टेबल शीतला अपने घर नहीं जाना चाहती हैं। कहती हैं कि उनका घर संकट में है और जब तक प्रदेश कोरोना मुक्त नहीं हो जाएगा, वो अपने घर नहीं जाएंगी। 

छत्तीसगढ़ में अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज कोरबा के कटघोरा से ही सामने आए हैं। ऐसे में कटघोरा की महिला आरक्षक शीतला उईके लगातार ड्यूटी कर रही हैं। वे जनता कर्फ्यू यानी कि 22 मार्च से लगातार ड्यूटी पर हैं और घर नहीं गई हैं। जरूरतमंदों को राशन पहुंचाने से लेकर लोगों को जागरूक करने तक का काम कर रही हैं। शीतला कहती हैं कि उनका घर संकट में है। जब तक उनका प्रदेश कोरोना मुक्त नहीं हो जाएगा, वो घर नहीं जाएंगी। 


10 माह के बच्चे को छोड़ जाती हैं, सीधे शाम को मिलती हैं

बस्तर के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में महिला कांस्टेबल कामिनी 10 माह के बच्चे की मां हैं। उनके पति भी स्वास्थ्य संयोजक हैं। पति-पत्नी दोनों की इमरजेंसी ड्यूटी है। वे अपने बच्चे को घर में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ छोड़कर ड्यूटी करने जाती हैं। 

बस्तर के दंतेवाड़ा में कामिनी ध्रुव पुलिस विभाग में आरक्षक हैं। वे 10 महीने के बच्चे की मां भी हैं। बच्चे को घर पर छोड़कर ड्यूटी पर जाती हैं। कामिनी बताती हैं कि बच्चे को दूध की जरूरत होती है। पहले दिन में एक बार घर चली जाती थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद अब शाम को ही घर जाती हूं। संक्रमण के खतरे के बीच बार- बार आने-जाने में समस्या है। इनके पति सुनील नाग ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक हैं। वे नक्सलगढ़ गांव में ड्यूटी करते हैं। 


पति टीआई, पत्नी स्वास्थ्यकर्ता, बच्चे घर पर ही लॉक 

छत्तीसगढ़ के सुकमा की संगीता खेस स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं। इनके पति नक्सली इलाके के थाने में टीआई हैं। तीन महीने से पति से नहीं मिली हैं। दो छोटे बच्चों के साथ ही रहती हैं। अब ड्यूटी पर हैं, ऐसे में बच्चों को घर के अंदर करने के बाद बाहर से ताला लगाकर जाती हैं। फिर सीधे शाम को ही उनसे मिल पाती हैं। 

स्वास्थ्य कार्यकर्ता संगीता खेस के पति संजय खेस सुकमा जिले के एक नक्सलगढ़ थाने में टीआई हैं। 3 महीने से वे भी परिवार से दूर हैं। संगीता अपने दो छोटे बच्चों के साथ रहती हैं। एक्टिव सर्विलेंस टीम में हैं। फील्ड वर्क बढ़ा है। बच्चों को अकेले छोड़ घर को लॉक कर ड्यूटी पर जाती हैं। संगीता खेस बताती हैं खुद की चिंता नहीं है, लेकिन बच्चों की ज्यादा रहती है। पति इस महीने घर आने वाले थे, कोरोना लॉकडाउन के कारण नहीं आ पाए।

छत्तीसगढ़ में कोरोना के अब 20 एक्टिव केस
छत्तीसगढ़ में कोराना संक्रमित एक्टिव केस अब 20 हो गए हैं। प्रदेश में अब तक 33 मामले सामने आए। इनमें 13 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। संक्रमितों में 25 कोरबा जिले से हैं। यहां के कटघोरा कस्बे में ही 24 केस सामने आए। यह सभी लोग जमाती किशोर के संपर्क में आने की वजह से संक्रमित हुए।



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