जबलपुर। दिल्ली से 260 रुपए की चायपत्ती मंगाकर जबलपुर में ब्रुकबांड रेड लेबल के नाम पर 470 रुपए में बेचे जाने के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी पहले भी एक्सपायरी डेट के सामानों पर डिजिटल मशीन से नई डेट डालकर बाजार में बेचने पर गिरफ्तार हो चुका है। उस पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) लग चुका है। जेल से छूटते ही वह फिर अवैध कारोबार में कूद पड़ा। वह जबलपुर सहित महाकौशल के आसपास जिलों में बेच रहा था। आरोपी के घर, गोदाम व दुकान से तीन लाख रुपए की नकली ब्रुकबांड रेड लेबल चायपत्ती जब्त की है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक वजीरपुर जेजे कॉलोनी नई दिल्ली निवासी अनिल मल्होत्रा ने जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को इस मामले में शिकायत की थी। बताया था कि द्वारका नगर घमापुर निवासी प्रकाश चांदवानी ब्रुकबांड रेडलेबल चाय की हूबहू नकल कर जबलपुर, सिवनी और छिंदवाड़ा के परासिया में अवैध कारोबार कर रहा है। आरोपी अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान शास्वत ट्रेडर्स गलगला मुकादमगंज और द्वारका नगर स्थित गोदाम व घर से यह कारोबार कर रहा है।
पेटियों में भरकर दूसरे जिलों में सप्लाई कर रहा था।
आरोपी के दुकान पर पुलिस ने दी दबिश
आरोपी शासन को राजस्व की छति पहुंचा रहा है। आम लोगों को असली चायपत्ती की बजाए नकली चाय पत्ती मिल रही है। आरोपी काॅपीराइट का भी उल्लंघन कर रहा है। एसपी ने मामले में एएसपी सिटी रोहित काशवानी और क्राइम ब्रांच एएसपी गोपाल खांडेल को कार्रवाई का निर्देश दिए। दोनों अधिकारियों की मॉनीटरिंग में क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने प्रकाश चांदवानी के गलगला स्थित शास्वत ट्रेडर्स पर दबिश दी।
दिल्ली से नकली वाली चायपत्ती 260 रुपए प्रति किलो में लाता था आरोपी।
दुकान के अंदर हूबहू ब्रुकबांड रेल लेबल की चायपत्ती मिली
आरोपी की दुकान के अंदर हूबहू ब्रुकबांड रेड लेबल चायपत्ती की 500 ग्राम और 250 ग्राम पैकिंग वाली 30 पेटियां मिली। शिकायतकर्ता अनिल मल्होत्रा ने 20 पेटियों की चायपत्ती नकली होना पाया। पूछताछ में प्रकाश चांदवानी ने ब्रुकबांड की नकली चायपत्ती का व्यवसाय करना स्वीकार किया।
फिर टीम ने उसके गोपाल होटल स्थित घर के तलघर और गोदाम में दबिश देकर 19 पेटी नकली ब्रुकबांड रेड लेबल चायपत्ती जब्त की। कुल जब्त 39 पेटी की कीमत 3 लाख रुपए है। कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और कॉपी राईट एक्ट का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
बोरियों में भी भरी मिली नकली चायपत्ती।
ये था पूरा खेल
एएसपी सिटी रोहित काशवानी के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में बताया कि माल वह दिल्ली से मंगवाता था। वहां से उसे 260 रुपए प्रति किलो की दर से चायपत्ती मिल जाती थी। इसे वह 470 रुपए प्रति किलो की दर पर बेचता था। जबकि ब्रांड वाली असली चायपत्ती की कीमत 390 रुपए प्रति किलो है, जो दुकानदार 490 रुपए तक बेचते हैं। आरोपी से पुलिस की पूछताछ जारी है। पूरा नेटवर्क खंगाला जा रहा है।
250 और 500 ग्राम की पैकेट वाली 39 पेटी पुलिस ने जब्त किए।
एक साल पहले पकड़ा गया था प्रकाश
इससे पूर्व जुलाई 2020 में आरोपी प्रकाश चंदवानी उर्फ मजनू अपने साथियों के साथ काॅस्मैटिक सामान और ब्रांडेड कम्पनी के एक्सपायरी डेट के सामानों पर डिजीटल मशीन से नई डेट डालकर बाजार में बेचता था। माढोताल पुलिस ने 27 जुलाई को तो गोहलपुर पुलिस ने 29 जुलाई को एफआईआर दर्ज करते हुए बड़ी मात्रा में सामग्री भी जब्त किए थे। एसपी के निर्देश पर प्रकाश चांदवानी के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी हुई थी।
ऐसे करें असली-नकली की पहचान
1-चायपत्ती में मिलावट जांचने के लिए एक गिलास ठंडा पानी लें। इस पानी में एक से दो चम्मच चायपत्ती डालकर 1 मिनट के लिए छोड़ दें। अगर पानी का रंग रंगीन हो जाए तो समझ जाएं चायपत्ती मिलावटी है। असली चायपत्ती इतनी जल्द रंग नहीं छोड़ती।
2-टिश्यू पेपर पर दो चम्मच चायपत्ती रखें। पानी की कुछ बूंदें डालकर थोड़ी देर धूप में रख दीजिए। कुछ देर बाद टिश्यू पेपर से चायपत्ती हटा लें। अगर चायपत्ती में किसी चीज की मिलावट होगी तो टिश्यू पेपर पर दाग के निशान दिखाई देंगे। अगर टिश्यू पेपर पर दाग और तेल के निशान नहीं हैं तो चायपत्ती में कोई मिलावट नहीं है।
3- एक और तरीका है। चायपत्ती को एक से दो मिनट के लिए हाथों पर रगड़ें। अगर रगड़ते समय हाथों में कोई रंग लग रहा है तो समझ जाएं चायपत्ती में मिलावट है।