भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना वायरस के चलते देशभर में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन की मियाद भी 14 अप्रैल को खत्म हो रही है। ऐसे में लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाया जाएगा या फिर कुछ शर्तों और छूट के साथ बढ़ाया जाएगा। हालांकि, अभी तक इस पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश पर गौर करें तो ऐसा लग रहा है कि लॉकडाउन को पूरे देश में बढ़ाया जा सकता है, मगर कुछ छूट के साथ।
कहां से मिले संकेत
लॉकडाउन बढ़ने की संभावना इसलिए भी ज्यादा तेज हो गई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वही वाक्य शनिवार को दोहराया जो उन्होंने कोरोना पर देश के नाम संबोधन के दौरान 24 अप्रैल को कहा था। मगर इसमें थोड़ा सा परिवर्तन देखने को मिला। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राज्य की तैयारी और लॉकडाउन पर चर्चा की। इसी दौरान उन्होंने कुछ ऐसे बातें कहीं, जिसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब अगर 15 अप्रैल से पूरे देश में लॉकडाउन को बढ़ाया जाता है तो फिर वही सारी शर्तें रहेंगी या इसमें कुछ परिवर्तन किए जा सकते हैं?
राज्यों को पीएम मोदी ने दिया इशारा
मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने कहा, 'पहले हमारा मंत्रा था जान है तो जहान है, मगर अब मंत्र हो गया है जान भी, जहान भी। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया। मगर अब भारत के उज्ज्वल भविष्य, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। अब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।'
अब जान के साथ जहान की भी बात
पीएम मोदी के ये वाक्य इसलिए भी अहम है क्योंकि 24 मार्च को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के लिए राष्ट्र के नाम संबोधन दिया था, उसमें उन्होंने 'जान है तो जहान है' वाक्य पर जोर दिया था। मगर मुख्यमंत्रियों के संग बैठक में उन्होंने 'जान भी और जहान भी' पर बल दिया। इसका सीधा सा मतलब निकलता है कि लॉकडाउन को बढ़ाया तो जाएगा, मगर इसमें कुछ छूट जरूर हो सकती है। मगर किसी तरह की छूट होगी अभी यह कहना मुश्किल है।
हालांकि, ऐसी संभावना है कि लॉकडाउन में मोदी सरकार कुछ उद्योग धंधों को छूट दे सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मोदी सरकार ने पहले ही मछली पालन और बिक्री से जुड़ी गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दे दी है। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने मछलियां पकड़ने या समुद्री जलीय उद्योग को लॉकडॉउन से छूट देने के लिए आदेश जारी किया। इसके साथ ही मछली बेचने, खरीदने और उनकी पैकेजिंग समेत विभिन्न समुद्री गतिविधियों के लिए छूट मिल गई है। इसके अलावा फसलों की कटाई के मौसम को देखते हुए कृषि क्षेत्र को भी लॉकडाउन से बाहर रखा जा सकता है।
कुछ छूट के साथ बढ़ सकता है लॉकडाउन
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि केंद्र सरकार कुछ छूट के साथ देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ा सकती है। गृह मंत्रालय ने राज्यों से विभिन्न पहलुओं को लेकर विचार मांगे हैं जिसमें यह पूछा गया है कि क्या कुछ अन्य श्रेणियों के लोगों और सेवाओं को छूट दिये जाने की जरूरत है। वर्तमान लॉकडाउन में केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
भारत में कोरोना की स्थिति
विभिन्न राज्यों के रिपोर्ट के आधार पर पीटीआई के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार की रात 9.30 बजे देशभर में कोरोना वायरस से 7510 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि इसके कारण 251 लोगों की मौत हो चुकी है और 700 लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण के 7447 मामले सामने आए हैं और इसके कारण 239 लोगों की मौत हो चुकी है।
किन राज्यों ने बढ़ा दिया है लॉकडाउन
फिलहाल, देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाना का फैसला नहीं लिया गया है। मगर 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन से पहले ही कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक इसकी अवधि बढ़ा दी है। ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।