नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर देश में 14 अप्रैल को खत्म हो रहा 21 दिन लॉकडाउन क्या बढे़गा, इसको लेकर सस्पेंस है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस पर फाइनल फैसला लेने से पहले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लॉकडाउन (lockdown in delhi) को कम से कम 30 अप्रैल तक बढ़ाने की सुझाव दिया। जानकारी के मुताबिक केजरीवाल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी प्रधानमंत्री को इस बातचीत में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाए जाने का सुझाव दिया। बता दें कि महाराष्ट्र में इस समय सबसे अधिक कोरोना मरीज हैं। महाराष्ट्र में 1364 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 97 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि केंद्र सरकार कुछ छूट के साथ देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ा सकती है। पंजाब और ओडिशा 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का पहले ही फैसला कर चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों से विभिन्न पहलुओं को लेकर विचार मांगे हैं जिसमें यह पूछा गया है कि क्या कुछ अन्य श्रेणियों के लोगों और सेवाओं को छूट दिए जाने की जरूरत है। वर्तमान लॉकडाउन में केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है। लॉकडाउन लागू होने के बाद यह दूसरा अवसर था जब प्रधानमंत्री इस विषय पर मुख्यमंत्रियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। इससे पहले दो अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद के दौरान मोदी ने उनसे लॉकडाउन से ‘क्रमवार’ तरीके से बाहर आने बारे में सुझाव मांगा था। दिल्ली में 1000 के करीब पहुंचा आंकड़ा दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के 903 मामले सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को ही 183 मामले सामने आए, जो रिकॉर्ड है। दिल्ली के कुल मामले में 584 मामले तो सिर्फ जमातियों के हैं, यानी करीब 65 फीसदी मामले जमातियों से जुड़े हैं। दिल्ली में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं, जिसकी वजह से बहुत सारे इलाकों को संक्रमण जोन घोषित कर दिया गया है। विभिन्न राज्यों की रिपोर्ट के आधार पर पीटीआई के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार रात 9.30 बजे तक देशभर में 7,510 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि इसके कारण 251 लोगों की मौत हो चुकी है और 700 लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 7,447 मामले सामने आए हैं और इसके कारण 239 लोगों की मौत हो चुकी है।