किसी भी फिल्म के लिए उसके स्टार, गाने, स्टोरी या कोई खास सीक्वेंस यूनीक सेलिंग पॉइंट होते हैं, लेकिन अक्षय कुमार की ‘बेल बॉटम’ के लिए उसकी रिलीज डेट की घोषणा ही सबसे बड़ा यूनीक सेलिंग पॉइंट है। 27 जुलाई को यह फिल्म थिएटर में रिलीज होगी।
आम तौर पर किसी फिल्म का ट्रेलर बड़े धूमधाम से लॉन्च किया जाता है। इसके बाद फिल्म के गाने एक के बाद एक रिलीज किए जाते हैं। प्रमोशन के लिए एक पूरा माहौल बनाया जाता है। मगर, ‘बेल बॉटम’ में सिर्फ रिलीज की तारीख से ही प्रमोशन की सारी कसर पूरी हो चुकी है।
ऑक्यूपेंसी को देख कर ही तय होगी बाकी फिल्मों की रिलीज
पहले माना जा रहा था कि अक्षय कुमार की ही ‘सूर्यवंशी’ थिएटर में सबसे पहले आएगी। अब ‘बेल बॉटम’ के रूप में एक तरह से लिटमस टेस्ट हो रहा है कि लोग थिएटर में फिल्म देखने के लिए कितना बेताब हैं।
बेल बॉटम का जैसा स्वागत होगा, उसके आधार पर ही कुछ फिल्मों के लिए 100% ऑक्यूपेंसी की राह देखनी है या नहीं, यह तय होगा। ‘सूर्यवंशी’, ‘83’ और ‘चेहरे’ के मेकर्स इसी इंतजार में हैं।
ओरिजिनल कन्नड़ ‘बेल बॉटम’ से अलग प्लेन हाईजैक ड्रामा
पहले चर्चा थी कि यह फिल्म ओरिजिनल कन्नड़ फिल्म ‘बेल बॉटम’ की रीमेक है। 2019 की यह कन्नड़ फिल्म इतनी सुपरहिट हुई थी कि उसकी सीक्वल भी बन रही है। उसकी तमिल रीमेक भी बनी है। 1980 के दौर में एक डिटेक्टिव के मिशन पर पूरी फिल्म थी।
दावा किया जा रहा है कि अक्षय की फिल्म में कन्नड़ फिल्म का टाइटल लिया गया है, लेकिन यह पूरी तरह से उसकी रीमेक नहीं है। हिंदी ‘बेल बॉटम’ में प्लेन हाईजैक ड्रामा है। 80 के दशक में कई प्लेन हाईजैक हुए थे। अक्षय कुमार एक एजेंट के रूप में कैसे लोगों को बचाता है, यही कहानी है।
पहले सूरज पे मंगल भारी, इस बार भी मंगल की बारी
पिछले साल लॉकडाउन के बाद सबसे पहली बड़ी फिल्म ‘सूरज पे मंगल भारी’ रिलीज हुई थी। इस बार अनलॉक में पहली रिलीज हो रही फिल्म का मंगल से कनेक्शन यह है कि ये मंगलवार को रिलीज हो रही है।
आमतौर पर हिंदी फिल्में शुक्रवार को ही रिलीज होती हैं। लेकिन बेल बॉटम मंगलवार जैसे वीक-डे पर रिलीज हो रही है। शायद, इसके बाद आने वाली फिल्मों का रिलीज कैलेंडर सेट करने के लिए यह डेट फिक्स हुई होगी, ऐसा माना जा रहा है।
प्रोड्यूसर जैकी भगनानी, हुमा कुरैशी, अक्षय कुमार, लारा दत्ता, वाणी कपूर और फिल्म डायरेक्टर रंजीत तिवारी।
अक्षय की फिल्म और तीन हीरोइन
अक्षय कुमार की ज्यादातर फिल्मों में हीरोइन के लिए एक-दो गाने या दो-तीन इमोशनल सीन के अलावा ज्यादा कुछ काम नहीं होता। बेल बॉटम में वाणी कपूर, लारा दत्ता और हुमा कुरैशी हैं, तीन-तीन हीरोइंस को कैसे और कितना फुटेज मिला होगा, यह एक सवाल है।
वाणी कपूर की ‘वॉर’ फिल्म 2019 में सुपरहिट हुई थी। मगर, उन्हें कोई खास क्रेडिट नहीं मिली थी। यह फिल्म भी अगर हिट हो जाती है, तो वाणी के करियर को कोई बड़ा फायदा होगा, ऐसी उम्मीद नहीं है।
हुमा कुरैशी अभी ‘महारानी’ सीरीज की वजह से चर्चा में हैं। इसलिए, उन्हें इस फिल्म से ज्यादा उम्मीद रखने की जरूरत भी नहीं। लारा दत्ता की आखिरी फिल्म ‘वेलकम टू दी न्यूयॉर्क’ थी। तीन साल पहले आई यह फिल्म बुरी तरह पिट गई थी।
‘बेल बॉटम’ से अनलॉक के बाद बड़े बिजनेस की उम्मीद
बीते साल लॉकडाउन के बाद सबसे पहले रिलीज हुई ‘सूरज पे मंगल भारी’ ने 3.3 करोड़ का बिजनेस किया था। ‘बेल बॉटम’ से एक अच्छे ओपनर की तरह मजबूत नींव रखने की अपेक्षा है क्योंकि इसके बाद फिल्मों की पूरी टीम मार्केट में आ रही है, जो बनकर तैयार है और थिएटर्स खुलने के इंतजार में है।
‘सूरज पे मंगल भारी’ में मनोज बाजपेयी और दिलजीत दोसांझ थे। उनके मुकाबले अक्षय कुमार की फिल्म से ज्यादा कमाई की उम्मीद होना कोई बुरी बात नहीं। कास्ट और प्रोडक्शन दोनों लेवल पर ‘बेल बॉटम’ ‘ सूरज पर मंगल भारी’ से ज्यादा बड़ी फिल्म है।
बेल बॉटम फिल्म की डिस्ट्रीब्यूशन पैन इंडिया लिमिटेड (पैन स्टूडियो) कर रहा है। कंपनी के सब डिस्ट्रीब्यूटर सातदीप साहा कहते हैं कि अक्षय कुमार ओपनिंग बल्लेबाज हैं, बल्लेबाजी अच्छी रही तो उसके बाद रिलीज होने वाली फिल्में भी जबरदस्त बिजनेस करेंगी।
अक्षय के फैंस के अलावा और लोग भी देखेंगे
फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर अक्षय राठी का कहना है- अक्षय कुमार की अपनी फैन फॉलोइंग बहुत अच्छी है। फिल्म दर्शकों को पसंद आई तो अक्षय के फैंस के अलावा दूसरे लोग भी फिल्म देखने जाएंगे ही, क्योंकि सब लोग अच्छा मनोरंजन चाह रहे हैं। लोग बाहर निकलना चाहते हैं।
जासूसी फिल्म में स्टोरी टेलिंग सबसे अहम
यह फिल्म एक एजेंट के मिशन पर है। हिंदी के दर्शक बहुत बार ऐसी कहानियां देख चुके हैं। फिलहाल मनोज बाजपेयी की ‘फैमिली मैन’ सीरीज में भी लोग एक एजेंट के कारनामें देख देख हैं। इस हाल में स्टोरी के रूप में कुछ नया दे पाना, एक बड़ा चैलेंज है।
फिल्म प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट गिरीश जौहर ने कहा कि प्रोड्यूसर का फोकस मेट्रो सिटी है। अगर उस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं होती है और मेट्रो सिटी के सिनेमाघर खुल जाते हैं, तो अक्षय को देखने दर्शक जरूर पहुंचेंगे। इसके अलावा विदेशों में सिनेमाघर खुल चुके हैं, इसलिए ओवरसीज में भी अच्छी कमाई की उम्मीद है।