यूरो 2020 की प्रेस कॉन्फ्रेंस में फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने कोका-कोला की सिर्फ दो बोतल हटाई, उसके बाद कोका कोला की मार्केट वैल्यू गिर गई। कंपनी को 29 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। कोका-कोला 1974 से फीफा की स्पॉन्सर कंपनी है। फिर भी रोनाल्डो ने जो साहस दिखाया, ऐसा भारत में होने की संभावना तो बहुत कम है।
भारत के स्टार्स अक्सर पेप्सी, कोका-कोला और यहां तक कि गुटखा ब्रांड को भी एंडोर्स करते नजर आते हैं। इन ब्रांड्स से इतना पैसा मिलता है कि शायद ही कोई उन्हें छोड़ सके। कुछ ब्रांड तो बड़े स्टार होने का सबूत तक माने जाते हैं। इंडियन स्टार्स किसी ब्रांड एंडोर्समेंट को लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए मना करें, ऐसा बहुत ही कम देखा गया है।
एड के लिए एक हुए अजय-शाहरुख
अजय देवगन और शाहरुख खान ने कभी कोई फिल्म साथ नहीं की। माना जाता है कि दोनों के रिश्ते भी खास अच्छे नहीं है। कोई फिल्म मेकर इन्हें साथ नहीं ला पाया लेकिन मार्च 2021 में विमल गुटखा ब्रांड के लिए यह दोनों ने साथ में काम किया था। इस सौदे की वैल्यू शायद ही कोई बता सकता है। शाहरुख खान और अजय देवगन, इन दोनों ने साथ-साथ विमल इलायची के एड में काम किया है। तीन महीने पहले ही जब ये एड आया तो ट्विटर पर #NoMySRK ट्रेंड हुआ था।
कुछ फैंस ने तर्क दिया कि शाहरुख तो विमल इलायची का एड कर रहे हैं और वह गुटखा नहीं है, पर सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखा था कि शाहरुख या अजय जैसे स्टार विमल ब्रांड को एंडोर्स करते हैं तो इलायची के साथ-साथ गुटखा का प्रचार अपने आप हो जाता है।
आमिर कोला और सनी लियोनी पान मसाला एड छोड़ चुके हैं
आमिर खान की टीम ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि आमिर खान फिलहाल कोई कोला ब्रांड एंडोर्स नहीं करते हैं। सालों पहले उन्होंने इस ब्रांड को एंडोर्स किया था।
सनी लियोनी ‘महक’ पान मसाला ब्रांड को एंडोर्स करती थीं। पांच साल पहले पान मसाला स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है, ऐसा अनुरोध सरकार की तरफ से किया गया था। इसके बाद सनी ने पान मसाला एड नहीं करने की घोषणा की थी।
जब भाजपा ने आमिर को निशाना बनाया था
केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा इससे पहले कोका-कोला और पेप्सी के एड बंद होने की मांग कर चुकी है। 2006 में जब भाजपा विपक्ष में थी, तब यह डिमांड की गई थी।
आमिर खान ने नर्मदा परियोजना के खिलाफ स्टेटमेंट दिया था। तब गुजरात में भाजपा सरकार थी। गुजरात में ‘फना’ फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया गया था। साथ ही कई जगहों पर कोका-कोला की बोतलों, एड बैनर और दूसरी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था।
विराट ने कहा था- लोगों को वो पीने के लिए नहीं कहूंगा, जो मैं खुद नहीं पीता
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली पहले पेप्सी के लिए एंडोर्समेंट करते थे, मगर चार साल पहले उन्होंने पेप्सी के साथ अपना कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू करने से इनकार कर दिया था। तब विराट ने कहा था- मैं खुद सोफ्ट ड्रिंक नहीं पी रहा हूं तो सिर्फ पैसों के लिए दूसरों को वह पीने के लिए नहीं कह सकता।
सबसे पहले गोपीचंद ने छोड़ा था कोला ब्रांड
बैडमिंटन लीजेंड पी. गोपीचंद ने एक कोला ब्रांड के एंडोर्समेंट के लिए साफ मना कर दिया था। पुलेला गोपीचंद ने ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने 1997 से कोला प्रोडक्ट्स का उपयोग छोड़ दिया है। गोपीचंद ने बताया था कि मेरा परिवार और मेरे दोस्त जानते हैं कि मैने कोला ब्रांड को एंडोर्स करने से मना कर दिया था। इसे आप चाहे तो मेरा पर्सनल एथिक्स कह सकते हैं।
प्रीति जिंटा की पंजाब किंग्स की पार्टनर कोका-कोला
भारत की कोई स्पोर्ट्स सेलिब्रिटी सीधे तौर पर कोई कोला ब्रांड अभी एंडोर्स नहीं कर रही, लेकिन प्रीति जिंटा की पंजाब किंग्स की कवरेज पार्टनर कोका-कोला है। इसलिए कोका-कोला के एड में पंजाब किंग्स के खिलाड़ी देखे जा सकते हैं।
पी.वी. सिंधु और धोनी इन कंपनियों के स्पोर्ट्स ड्रिंक को एंडोर्स करते हैं
भारत में कोई स्पोर्ट्स पर्सन सॉफ्ट ड्रिंक एंडोर्स नहीं करता, लेकिन पी.वी. सिंधु पेप्सी कंपनी का गेट रेड ड्रिंक को एंडोर्स करती हैं। कंपनी के दावे के अनुसार यह एक स्पोर्ट्स ड्रिंक है। इसीतरह महेंद्र सिंह धोनी कोका-कोला कंपनी का स्पोर्ट्स ड्रिंक पॉवरेड को एंडोर्स करते हैं।
एड गुरु प्रहलाद कक्कड़।
यहां तो ब्रांड से ही स्टारडम नापा जाता है
एड गुरु प्रहलाद कक्कड़ ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में कहा कि हमारे यहां कुछ ब्रांड से तो स्टारडम नापा जाता है। जैसे, किसी को अगर पेप्सी का एड मिल गया तो वह बड़ा स्टार है। यहां पर ये एड शर्म की बात नहीं, अचीवमेंट है।
रेडिफ्यूजन के मैनेजिंग डायरेक्टर और ह्युमन ब्रांड के विशेषज्ञ डॉ. संदीप गोयल
एक ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए 5-7 करोड़ तक
रेडिफ्यूजन के मैनेजिंग डायरेक्टर और ह्युमन ब्रांड के विशेषज्ञ डॉ. संदीप गोयल ने बताया कि हमारे यहां सेलेब्स सबसे बड़ा रुपैया में विश्वास रखते हैं। सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट गेम में पैसा ही सबकुछ है। सेलेब्स के लिए सर्वाधिक ख्याति की चोटी पर रहने का एक बहुत लिमिटेड समय होता है। इस दौरान वह अपनी स्टार वैल्यू को जितना हो सके, उतना कैश कराना चाहते हैं।
बड़े स्टार को एक ऐसे ब्रांड के एंडोर्समेंट के लिए 5 से 7 करोड़ रुपए ऑफर होते हैं। कुछ दिनों के एड शूट में इतना पैसा बहुत बड़ी बात है। बहुत कम स्टार्स हैं, जो ऐसे ऑफर के लालच को टाल सकें। यहां पैसा बहुत जल्दी मिलता है और उनकी विजिबिलिटी भी बढ़ती है, यह बोनस है। अब कुछ समय से गोरेपन की क्रीम के खिलाफ भी एक माहौल बना है तो अब स्टार्स उसे टाल रहे हैं।
ब्रांड एक्सपर्ट और हरीश बिजूर कंसल्ट्स के फाउंडर हरीश बिजूर।
अब स्टार्स नहीं बोले तो लोग बोलेंगे
ब्रांड एक्सपर्ट और हरीश बिजूर कंसल्ट्स के फाउंडर हरीश बिजूर ने बताया कि रोनाल्डो के बाद अब भारत के स्टार्स को भी पब्लिक हेल्थ के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए स्टैंड लेना पड़ेगा। अगर वह नहीं बोलेंगे तो जनता का दबाव बढ़ेगा। सोशल मीडिया पर लोग बोलेंगे।
उन्होंने बताया कि अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रो-मार्केट नहीं, प्रो-कंज्यूमर ट्रेंड चल रहा है। कई सारे सेलेब्स ऐसा मानने लगे हैं और यह बताने लगे है कि जो जनता के लिए अच्छा नहीं है, वह छोड़ देना चाहिए या वो नहीं करना चाहिए। वे ब्रांड नहीं, अपने फैन का हित सोचते हैं।
40 लाख से 12 करोड़ में एक एड बनता है
हरीश बिजूर ने यह भी बताया कि कोला एड्स के लिए बजट 40 लाख रुपए से लेकर 12 करोड़ तक का हो सकता है। यह डिपेंड करता है कि कौन से और कितने स्टार काम कर रहें हैं।
देश के ज्यादातर स्टार मौन
क्या हमारे स्टार कोला या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक प्रोडक्ट्स के ब्रांड एंडोर्स करना जारी रखेंगे? यह सवाल दैनिक भास्कर ने सलमान खान, टाइगर श्रॉफ, ऋतिक रोशन, शाहरुख खान और अजय देवगन की टीम से पूछा था, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।