अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर रविवार को एक अहम बैठक होने वाली है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सचिव रहे और राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंच गए हैं। दो दिनों तक चलने वाली इस बैठक में मंदिर निर्माण से जुड़े कई अहम मुद्दों पर फैसले होने हैं।
इस दौरान नृपेंद्र मिश्र रामजन्मभूमि परिसर में नींव निर्माण स्थल का निरीक्षण भी करेंगे। समिति का दावा है कि राम मंदिर 2024 से पहले पूरा हो जाएगा। मतलब साफ है कि अगले लोकसभा चुनाव में भी राम मंदिर मुद्दा होगा।
मंदिर में पत्थरों का तराशे जाने का काम चल रहा है।
मंदिर के परकोटे का पत्थर भी तय होगा
बैठक दोपहर एक बजे अयोध्या के सर्किट हाउस में होगी। बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों के साथ निर्माण कंपनी L & T, टाटा कंसल्टेंसी के अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में मंदिर के परकोटे में कौन से पत्थर का प्रयोग होगा, इस पर भी मंथन होगा। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी सहित अन्य ट्रस्टी और आर्किटेक आशीष सोमपुरा भी मीटिंग में शामिल होंगे। इस दौरान राम जन्मभूमि परिसर और पूर्व में स्थापित कार्यशाला का भी निरीक्षण किया जाएगा।
यह तस्वीर अयोध्या में उस कार्यशाला की है जहां पत्थरों को तराशे जाने का काम चल रहा है।
अभी मंदिर निर्माण में क्या हो रहा?
- रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए 400 फुट लंबी और 300 फुट चौड़े स्थल पर 50 फुट गहरी खुदाई को भरे जाने का काम चल रहा है।
- इसमें करीब 6 फुट से अधिक नींव इम्प्रूवमेंट का काम पूरा हो चुका है।
- मंदिर के लिए बेस अर्थात चबूतरे को बनाने की तैयारी हो रही है।
- परिसर में परकोटा निर्माण की भी तैयारी की जा रही है।
- पत्थरों से मंदिर के स्ट्रक्चर बनाने के लिए मशीनों को लगाया जा रहा है।