महाराष्ट्र के बाद कोटा में एक पुरुष और एक महिला ने शरीर में चुम्बकीय शक्ति पैदा होने का दावा किया गया था। इसकी पड़ताल के लिए देर रात CMHO की टीम दोनों के घर पहुंची। डॉ. विजय जैन और नर्सिंग ट्यूटर मुकेश धाकड़ ने बारीकी से पड़ताल की। उन्होंने सज्जन सिंह के शरीर पर सिक्के, छोटी कैंची समेत लोहे-स्टील के कई आइटम चिपकाकर देखे। इनमें पाया गया कि शरीर पर हल्का सामान ही कुछ देर के लिए चिपका।
CMHO डॉ बीएस तंवर ने दोनों के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अगर मैग्नेटिक इफेक्ट होगा तो केवल लोहे की चीजें शरीर पर चिपकेंगी स्टील की नहीं। शरीर पर पसीने की वजह से हल्के भार की वस्तुओं का कुछ देर के लिए चिपकना सामान्य वैज्ञानिक प्रक्रिया है। टीम ने दोनों शिकायतकर्ताओं और उनके पड़ोसियों को समझा दिया है। वैक्सीनेशन का इन चीजों से कोई संबंध नहीं है बिना हिचक बिना डरे वैक्सीन लगवाएं।
जांच करने पहुंची टीम ने पाया कि सज्जन सिंह के शरीर पर हल्की वस्तुएं ही कुछ देर के लिए टिक रही थीं। उसके लिए भी उन्हें बैलेंस बनाना पड़ रहा था।
वैक्सीन लगवाने के बाद लोहा चिपकने का दावा किया था
शुक्रवार को आरकेपुरम निवासी सज्जन सिंह ने वैक्सीन की डोज लेने के बाद उनके शरीर में चुम्बकीय शक्ति पैदा होने का दावा किया था। उनके शरीर पर सिक्के, लोहे का पेन ड्राइव, कैंची, सुई बाइक की चाबी आसानी से चिपक जा रहे हैं। इसके बाद उनकी पड़ोसी लता ने भी अपने हाथ पर सिक्के, पैन ड्राइव, कैंची, मोबाइल चिपकने का दावा किया था। लता ने दो माह पहले वैक्सीन लगवाई थी, जबकि सज्जन सिंह ने 24 मई को वैक्सीन की पहली डोज ली थी।
नासिक में भी ऐसा ही मामला सामने आया था
महाराष्ट्र के नासिक जिले में भी एक परिवार ने ऐसा ही दावा किया है। उनका कहना है कि परिवार के एक बुजुर्ग को कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद उनके शरीर में चुम्बकीय शक्ति पैदा हो गई है। अब उनके शरीर पर चम्मच, स्टील और लोहे के बर्तन और सिक्के आसानी से चिपक जा रहे हैं। इस घटना की जानकारी सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है।