महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 8 जून को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया। महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे। ये दौर अभी थमा नहीं था कि शिवसेना नेता संजय राउत के बयान ने माहौल और गरमा दिया। संजय राउत ने कहा कि देश में टॉप लीडर तो मोदी ही हैं।
इस बयान के बीच महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी राकांपा के चीफ शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार अपने 5 साल पूरे करेगी। उन्होंने लोगों को बाला साहेब ठाकरे का वादा याद दिलाते हुए कहा कि शिवसेना वादा खिलाफी नहीं करती। अब 100 मिनट की मुलाकात पर हजार बातें क्यों, 3 वजहें...
1. मोदी-उद्धव की मुलाकात हुई, सवाल हुए तो सफाई में उद्धव ने पुराना रिश्ता गिनाया
7 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे बड़ी घोषणा की... 18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन फ्री होगा। इसके ठीक एक दिन बाद 8 जून को उद्धव दिल्ली चले गए। मोदी से मिले और करीब 100 मिनट चर्चा की। साथ में तो डिप्टी सीएम अजित पवार और मंत्री अशोक चव्हाण भी थे, लेकिन उद्धव-मोदी की मुलाकात बंद कमरे में हुई।
अब जब सवाल हुए तो उद्धव के जवाब ने चर्चाओं का माहौल और गर्म कर दिया। वे बोले- ‘भले ही राजनीतिक रूप से साथ नहीं हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा रिश्ता खत्म हो गया है। मैं कोई नवाज शरीफ से थोड़े ही मिलने गया था, जो छिपकर मिलता। यदि मैं उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करता हूं तो इसमें क्या गलत है?’
2. राउत ने मोदी को टॉप लीडर बताया, तो लगा कि पुराने रिश्ते फिर गर्माहट पकड़ रहे
लीडरशिप को लेकर संजय राउत ने गुरुवार को कहा, ‘मैं मानता हूं कि देश में नरेंद्र मोदी ही टॉप लीडर हैं और भारतीय जनता पार्टी में भी लीडर वही हैं। कोई भी इस तथ्य को नकार नहीं सकता है कि पिछले 7 साल में भाजपा को जो भी सफलता मिली है, वो नरेंद्र मोदी की वजह से मिली है।’
हालांकि, इस बयान के साथ विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार पर राउत ने कहा- मोदी को ऐसे चुनाव प्रचार में नहीं इन्वॉल्व होना चाहिए, क्योंकि वे अब देश के नेता हैं।
3. शरद पवार ने शिवसेना को बाला साहेब याद दिलाए, संकेत दिया कि साथ न छोड़ें
सियासी बयानबाजियों और उद्धव-मोदी की मुलाकात के बीच शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार 5 साल चलेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस अगले यानी 2024 के चुनावों में भी साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी और हमारा परफॉर्मेंस बढ़िया रहेगा। वे बोले शिवसेना ऐसी पार्टी है, जिस पर भरोसा किया जा सकता है। बाला साहेब ने भी इंदिरा गांधी से किया अपना वादा निभाया था।
पवार ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे, क्योंकि हमने कभी साथ में काम नहीं किया था। लेकिन, तीनों पार्टियों ने महामारी के वक्त मिलकर अच्छा काम किया है।