विपक्ष का सवाल- बाबा को फाइव स्टार सुविधा क्यों?, जेल मंत्री की सफाई- हर कैदी को करीबी से मिलने का अधिकार

Posted By: Himmat Jaithwar
6/8/2021

दुष्कर्म और हत्या के मामलों में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत बाबा से मिलने मेदांता गुरुग्राम पहुंची। उसने अटेंडेंट कार्ड बनवा लिया है। अब वह 15 जून तक अस्पताल में रहकर राम रहीम की देखभाल करेगी। वह रोजाना राम रहीम से मिलने उसके कमरे में जा सकती है। लेकिन हनीप्रीत को राम रहीम की अटेडेंट बनाने की अनुमति देने पर भी विवाद हो रहा है।

इसको लेकर हरियाणा सरकार पर विपक्ष ने सवाल उठाया है। विवाद बढ़ने पर जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने पूरे मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हनीप्रीत को राम रहीम की देखभाल करने के लिए अटेंडेंट बनाने की अनुमति नियमों के तहत ही दी गई है। कैदी से मिलने का उसके करीबी को अधिकार है और ऐसा हर कैदी को अधिकार है। इसलिए इस बात पर विवाद करना उचित नहीं है।

मेदांता अस्पताल में भर्ती है राम रहीम
तबीयत बिगड़ने के बाद राम रहीम को रविवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अस्पताल के 9वीं मंजिल पर रूम नंबर 4,643 में रखा गया है। अस्पताल की सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुशीला कटारिया की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है। कटारिया ने बताया कि गुरमीत के पैंक्रियाज में भी शिकायत है।

रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने उठाए सवाल
राम रहीम के लोगों द्वारा मारे गए पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति का कहना है कि कितने कैदियों को उपचार के लिए फाइव स्टार अस्पतालों में ले जाया जाता है? कैदियों को सरकारी अस्पताल में दवा दिलाई जाती है। गंभीर होने पर रोहतक पीजीआई ले जाया जाता है। गुरमीत को विशेष रियायत क्यों दी जा रही है। कोरोना पॉजिटिव को किसी से मिलने भी नहीं दिया जाता, लेकिन राम रहीम की देखभाल के लिए हनीप्रीत को अटेंडेंट कार्ड जारी किया गया है।

हनीप्रीत दिन में कई बार उससे मिल रही है, जिससे लगता है कि कोई बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है। डेरा प्रमुख गुड़गांव के फार्म हाउस में हनीप्रीत और डेरा की मैनेजमेंट से गुप्त बैठकें कर रहा है। गुरमीत को इस तरह की सुविधाएं देना प्रदेश के लिए खतरा हो सकता है। सरकार द्वारा दी जा रही ढील को लेकर सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट में शिकायत दी जाएगी।

26 दिन में चौथी बार जेल से बाहर आया राम रहीम
सुनारिया जेल में सजा काट रहा गुरमीत राम रहीम सिंह पिछले 26 दिनों में चौथी बार जेल से बाहर आया है। इसमें से एक बार वह मां से मिलने पैरोल पर बाहर आया था। गुरुवार को पेट में दर्द की शिकायत के बाद उसे PGIMS लाया गया था। दो घंटे में उसके कई टेस्ट कराए गए थे। माना जा रहा है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई दिक्कतें हुई हैं। इसी के चलते पिछले 26 दिन में तीन बार अस्पताल ले जाना पड़ा।

12 मई को ब्लड प्रेशर की समस्या और बेचैनी के बाद उसे PGIMS लाया गया था। फिर 17 मई को इमरजेंसी पैरोल पर मां से मिलाने के लिए गुरुग्राम ले जाया गया था। उस समय पैरोल 48 घंटे की मिली थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस उसे शाम ढलने से पहले वापस लेकर आ गई थी। इसके बाद उसे 2 जून की रात को पेट दर्द की शिकायत के बाद 3 जून की सुबह PGIMS में चेकअप के लिए लाया गया था।

27 अगस्त 2017 से काट रहा सजा
गुरमीत राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में 20 साल की सजा मिली है। उसे 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की अदालत में पेश किया गया था। CBI की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए गुरमीत को सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था। 27 अगस्त को जेल में ही CBI की अदालत लगाई गई। इस दिन सजा तय होने के बाद से राम रहीम जेल में है।



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