बीकानेर। बुधवार की रात पाकिस्तान से तीन सौ करोड़ रुपए की हेरोइन लेने के लिए भारत की तरफ से तस्करों ने पाकिस्तान की ओर पत्थर फेंके, वहां पत्थर पहुंचते ही पाकिस्तानी तस्करों को संकेत मिल गया। इसके बाद उन्होंने पाइप में डालकर 54 किलो से ज्यादा हेरोइन भारतीय सीमा में डाल दी। इस सारे प्रोसेस में पाकिस्तानी रेंजर्स की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही हे। पूछताछ में पता लगाया जा रहा है कि पाकिस्तानी रेंजर्स किस तरह से तस्करों को सपोर्ट कर रहे हैं।
बीकानेर के खाजूवाला में गुरुवार को BSF की ओर से 300 करोड़ रुपए की हीरोइन पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उन दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है जो भारतीय सीमा की ओर से हीरोइन ले जाने के लिए बॉर्डर पर पहुंचे थे। अब जामसर थाने में इन दो युवकों से पुलिस, BSF, नारकोटिक्स, IB की ओर से जॉइंट इंटेरोगेशन हो रहा है। इन युवकों ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि सीमा पर पहुंचने के बाद पाकिस्तान की सीमा पर पत्थर फेंके गए, जहां से संदेश मिला कि पहुंच गए हैं। इसके बाद उधर से पाइप डाला गया। सामान लेकर भागते उससे पहले BSF ने फायरिंग कर दी। गिरफ्तार दोनों युवक पंजाब के रहने वाले हैं और देर रात उन्हें ग्रामीणों के सहयोग से हिरासत में लिया गया था। इन दोनों को अब JIC के हवाले किया गया है। जो इनसे पूछताछ कर रही है। जामसर थाने में इनसे पूछताछ हो रही है। खुद SP प्रीति चंद्रा दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है। उनके साथ BSF के आला अधिकारी भी उपस्थित है।
आगे का पता नहीं
दरअसल तस्करी करने वालों को इतना ही पता होता है कि उन्हें सामान लेकर कहां तक जाना है। उसमें आगे के बारे में उन्हें भी कुछ बताया नहीं जाता। इसी कारण वो पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं दे सके।
इस तस्करी में इधर तीन तस्कर
इस तस्करी में पुलिस ने अब तक दो जनों को गिरपु्तार किया है, लेकिन एक अभी भी गायब है। दोनों युवकों ने बताया कि तीसरा युवक गाड़ी चला रहा था जो मौका मिलने के साथ ही भाग गया। उसे पकड़ा नहीं जा सका। उसकी तलाश में बीएसएफ और पुलिस की टीम खाजूवाला सहित अनेक क्षेत्रों में दबिश दे रहे हैं।