जम्मू-कश्मीर ने टीकाकरण के मामले में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, घाटी में 45 साल से अधिक उम्र के 70% लोगों को टीका लग चुका है, जो कि राष्ट्रीय औसत 46% से कहीं अधिक है। इनमें चार जिले ऐसे हैं, जहां इस आयुवर्ग में 100% आबादी को टीका लग चुका है। ये जिले हैं शोपियां, गादरबल, जम्मू और साबा। आंकड़े बताते हैं कि प्रशासन ने 30 मई तक 45 प्लस के 32 लाख लोगों को टीका लगाया है, जिनमें से 26 लाख को एक डोज और 6 लाख को दोनों डोज लग चुकी हैं।
जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि धार्मिक नेताओं, डॉक्टर, मीडिया और सिविल सोसाइटी ने वैक्सीन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अहम भूमिका निभाई है। इन्होंने वैक्सीन को लेकर फैले तमाम झूठों को दरकिनार किया। गादरबल की डीएम कृतिका ज्योत्सना बताती हैं कि इस कामयाबी के पीछे हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, जिन्होंने घर-घर जाकर लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया।
हर जिले में प्लांट, प्रति मिनट 36 हजार लीटर ऑक्सीजन बन रही
- टीका ही नहीं, 1.3 करोड़ आबादी वाला जम्मू-कश्मीर ऑक्सीजन की कमी से निपटने में भी सफल रहा है। प्रशासन ने यह हर जिले, जिला अस्पतालों में उच्च फ्लो क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट लगाए हैं। इस वजह से घाटी में प्रति मिनट ऑक्सीजन क्षमता 36 हजार लीटर है।
- जम्मू-कश्मीर में अब तक 2,90,465 मामले आए हैं।3,907 मौतें हुई हैं। अकेले मई में 1,14,382 मामले और 1,624 मौतें हुई हैं। इनमें 72,779 मामले कश्मीर डिवीजन से और 42,203 मामले जम्मू डिवीजन में आए हैं। मई में कश्मीर डिवीजन में 605 और जम्मू में 1,019 मौतें हुई हैं।
साइंटिफिक कमेटी ने चेताया; अगले छह महीने में आ सकती है तीसरी लहर
इन सबके बीच, घाटी के शीर्ष एक्सपर्ट्स की साइंटिफिक एडवाइजरी कमेटी ने अगले 6 महीने में तीसरी लहर आने की आशंका जताई है। कमेटी का आकलन है कि यदि उचित कदम और कोविड नियमों का पालन नहीं किया गया तो यह लहर जम्मू-कश्मीर के लिए पहले वाली दोनों लहरों की तुलना में ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। कमेटी ने तीसरी लहर की निगरानी और कड़े कोविड प्रोटोकॉल लागू रहने की सिफारिश की है।
16 जनवरी से जारी है टीकाकरण, 1 मई से 18 प्लस वाले अभियान में शामिल
जम्मू-कश्मीर में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई है। सबसे पहले हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए। फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिस और सेना से जुड़े कर्मी, स्वयंसेवक और श्रीनगर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के सफाई कर्मी शामिल थे। इसके बाद 60 और उससे उम्र के लोगों को टीके लगाए गए। इसके बाद 45 प्लस को शामिल किया गया। 1 मई से 18 साल से अधिक उम्रवालों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।