कोरोना की 5 रुला देने वाली कहानियां, आप भी हो जाएंगे भावुक

Posted By: Himmat Jaithwar
4/10/2020

नई दिल्ली
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहा है। इस बीच कई ऐसी खबरें भी निकलकर सामने आ रही हैं जो मानवीय संवेदनाओं को झकझोर रही हैं। जानिए कोरोना की 5 रुला देने वाली कहानियां...

कोरोना से डॉक्टर पिता की मौत, बेटों ने वीडियो कॉल से किए अंतिम दर्शन

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मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना संक्रमितों का इलाज करते हुए खुद इस घातक वायरस की चपेट में आने से डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की मौत हो गई। उनके तीनों बेटे इस वक्त ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। इस वजह से वे अपने पिता को अंतिम बार देख भी नहीं पाए। तीनों बेटों के पास जब पिता के मौत की खबर पहुंची तो उन्हें गहरा सदमा पहुंचा। जैसे-तैसे तीनों भाइयों ने खुद को संभाला और बाद में उन्होंने मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए पिता के अंतिम दर्शन किए।

तस्वीर देख लोग हुए भावुक
वीडियो देखकर पिता के अंतिम दर्शन करती बेटों की यह तस्वीर जिसने भी देखी, वो रो पड़ा। बेटे स्तब्ध दिखाई दे थे, पिता के सम्मान में हाथ जोड़े उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। कोरोना संक्रमित डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की गुरुवार को मौत हो गई। पंजवानी की दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई थी। इंदौर प्रशासन को आशंका है कि वह कोरोना के किसी मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुए होंगे।

‘मैं उन लोगों के लिए कब्रें खोद रहा, जो अभी भी जिंदा हैं’
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'मैं उनके लिए कब्रें खोद रहा हूं, जो अभी भी जिंदा हैं। इससे बुरी बात क्या हो सकती है कि यह काम मुझे करना पड़ रहा है।' यह कहना है दक्षिण-पश्चिम ब्रिटेन में स्थित कॉर्नवल काउंटी में रहने वाले क्लाइव काल्बर का। उन्हें यहां के कब्रिस्तान में कोरोना वायरस से मरीजों की संभावित मौत की वजह से पहले ही कब्रें खोदने का जिम्मा सौंपा गया है।

ब्रिटेन में अतिरिक्त कब्रें खोदने का आदेश
कोरोना वायरस महामारी के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की तादाद भी बढ़ती जा रही है। क्लाइव बताते हैं कि यहां की स्थानीय प्रशासन का मानना है कि आने वाले दिनों में कोरोना महामारी की वजह से मौतों का आंकड़ा काफी अधिक होने वाला है। ऐसे में उन्हें अतिरिक्त कब्रें खोदने के लिए कहा गया है।

दरवाजा के बाहर बैठकर खाना खा रहे दारोगा, पापा की गोद में जाने को तरस रही बेटी
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मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एक पुलिसकर्मी की वायरल हो रही तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। तस्वीर में एक बेटी अपने पापा की गोद में जाने को तरस रही है लेकिन बीच में कोरोना की दीवार खड़ी है।

सीएम शिवराज समेत कई नेताओं ने टीआई की तारीफ की
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर इंदौर के टीआई निर्मल श्रीवास की है। इस तस्वीर में टीआई निर्मल श्रीवास अपने ही घर के आंगन में एक पराए इंसान की तरह खाना खाते नजर आ रहे हैं और दरवाजे पर खड़ी उनकी बेटी उनको देख रही है, शायद अपने पापा की गोद में जाने के लिए तरस रही है। निर्मल श्रीवास इंदौर तुकोगंज थाने में बतौर टीआई तैनात हैं और कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लॉक डाउन के दौरान अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।

कोरोना ने बनाया 'खास', ढाई साल के संक्रमित बेटे के साथ रह रही मां
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उत्तर प्रदेश के लखनऊ में केजीएमयू के कोरोना वॉर्ड में कोरोना संक्रमण से पीड़ित ढाई साल का बच्चा भर्ती है। डॉक्टरों के लिए उसे क्वारंटीन कर पाना एक बड़ी चुनौती बन चुका था। आखिरकार डॉक्टरों ने मां को बच्चे के साथ रहने की अनुमति दी। बच्चे की हालत स्थिर है।

मां की ममता से तेजी से रिकवरी करेगा बच्चा: डॉक्टर
केजीएमयू में संचारी रोग विभाग के प्रमुख डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि ढाई साल के बच्चे का इलाज कर पाना हमारी टीम के लिए बड़ी चुनौती थी। शुरू में हमने उसे अलग रखा, क्योंकि कोरोना के इलाज में आइसोलेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन बच्चा लगातार रोता रहता था। इससे उसकी इम्युनिटी पर भी काफी फर्क पड़ रहा था। वह न तो ठीक से खाना खाता था न ही दूध पीता था। इसलिए हमने मां को साथ रहने की अनुमति दे दी। आशा है कि मां की ममता से बच्चा तेजी से रिकवरी करेगा।

कोरोना पेशेंट बताकर अस्पताल में शख्स को छोड़ गया परिवार, घर का पता भी दिया गलत
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देश के अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी कोरोना वायरस के मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। इन सबके बीच एक ऐसी खबर आई जिसने सबको झकझोक दिया। राजधानी रायपुर में बोलने और सुन पाने में असमर्थ एक शख्स को उसके परिवार ने अकेला छोड़ दिया। शख्स को कोरोना वायरस का संदिग्ध होने पर एम्स रायपुर में भर्ती कराया गया था।

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परिजनों द्वारा दिया गया पता फर्जी
परिवारवालों की ओर से घर का जो पता दिया गया था, वह भी फर्जी मिला है। इतना ही नहीं, जो फोन नंबर उपलब्ध कराया गया था, वह भी सेवा में नहीं है। महामारी से लड़ाई के बीच एम्स स्टाफ को उस शख्स की देखभाल करनी पड़ रही है। अधिकारी पुलिस की मदद से शख्स के परिवार का पता लगाने में जुटे हुए हैं। 49 वर्षीय शख्स को उसके परिवारवाले 29 मार्च को एम्स रायपुर लाए थे।

कोरोना के डर परिजनों ने छोड़ा साथ, रिपोर्ट निगेटिव
उन्होंने डॉक्टर्स से कहा कि शख्स का कारोना टेस्ट कराया जाए क्योंकि घर पर उसके कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण दिखाई दिए हैं। ऐसी अवस्था में डॉक्टर्स ने मरीज को भर्ती किया और उसका कोरोना टेस्ट किया। इतना ही नहीं, शख्स की बुरी अवस्था को देखते हुए एम्स रायपुर ने उसे आइसोलेशन में रख दिया। टेस्ट का जब रिजल्ट सामने आया तो पता चला कि वह निगेटिव है। हालांकि, उस दिन से शख्स के परिवारवालों का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है।



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