17 मई को आए चक्रवात 'ताऊ ते' के कारण अलीबाग से भटक गया एक जहाज पालघर में वाड्राई बीच के पास चट्टान से टकरा गया और 11 दिन बाद भी उसी जगह पर फंसा पड़ा है। तेज हवा की वजह से चट्टान से टकराने के कारण जहाज के कई हिस्से टूट गए हैं। अब इसमें भरा 80 हजार लीटर तेल रिस कर समुद्र में आसपास फैल रहा है।
स्थानीय मछुआरों जहाज को नहीं हटाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका आरोप है कि अगर पूरा डीजल समुद्र में फैल गया तो इस इलाके में मछलियों और समुद्री जीवों की मौत हो सकती है। ये जहाज अलीबाग से निकला था, लेकिन ताउ ते की चपेट में आने के बाद पत्थरों में फंस गया।
मुंबई के बीचों पर प्रतिबंध के बाद यहीं आ रहे सबसे ज्यादा मछुआरे
सरकार ने मुंबई और इसके आसपास के तटों पर 31 मई तक मछली पकड़ने पर पतिबंध लगा दिया है। इस वजह से मछुआरे पश्चिम तट यानी अलीबाग और वाड्राई बीच के आसपास के इलाकों में मछली पकड़ने के लिए जा रहे थे। ऐसे में अगर यहां तेल फैल गया तो उनका कारोबार ठप पड़ सकता है।
मछुआरों ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
मछुआरों के संगठन का आरोप है कि सरकार को तेल के रिसाव को रोकने की तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। स्थानीय मछुआरों ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिन में जहाज को हटा कर तेल साफ नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।