झारखंड के 21 जिलों में 24 घंटे से बारिश जारी, 200 गांवों की बिजली गुल; बिहार के 26 जिलों में अलर्ट

Posted By: Himmat Jaithwar
5/27/2021

पटना। बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने वाले यास तूफान ने बुधवार रात 1 बजे के करीब पश्चिमी सिंहभूम से झारखंड में प्रवेश किया। इस समय हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे थी। तूफान के कारण रांची सहित झारखंड के 21 जिलों में 24 घंटे से बारिश हो रही है। जमशेदपुर और धनबाद में तेज हवाएं चलने से कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। इससे 200 गांवों में अंधेरा छाया रहा।

मौसम विभाग IMD ने 28 मई तक पूरे राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तूफान गुरुवार सुबह 5.30 बजे दक्षिणी झारखंड पहुंचकर कमजोर हुआ और डीप डिप्रेशन में तब्दील होना शुरू हो गया। यहां से तूफान उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। ये धीरे-धीरे कमजोर होता जाएगा। तूफान के कारण बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यास तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के भद्रक जिले से टकराया था। दोपहर करीब 1.30 बजे कमजोर पड़कर वह ‘बेहद खतरनाक’ से ‘खतरनाक’ की श्रेणी में बदल गया।

बिहार के कई जिलों में बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान गुरुवार शाम 5.30 बजे तक पटना पहुंचेगा। पटना में 160 और दूसरे इलाकों में 255 मिमी बारिश के आसार हैं। इस दौरान 40 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। IMD के मुताबिक बिहार में गुरुवार रात से पारा गिरेगा। 28 से दिन और रात के तापमान में 13 डिग्री तक गिरावट हो सकती है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम 23 डिग्री रहने का अनुमान है।

पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाती इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम।
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाती इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम।

बांका और जमुई के रास्ते एंट्री करेगा तूफान
बिहार में तूफान बांका, जमुई, कटिहार, लखीसराय, भागलपुर होते हुए अन्य भागों में असर दिखाएगा। इससे पटना सहित 26 जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इससे पहले बुधवार को बांका, जमुई, लखीसराय और कहलगांव में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। पटना में 1.9 मिमी, गया में 31 मिमी, भागलपुर में 9.9 मिमी और पूर्णिया 3.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

बंगाल के हावड़ा में तेज बारिश के कारण हुगली नदी का वाटर लेवल बढ़ गया।
बंगाल के हावड़ा में तेज बारिश के कारण हुगली नदी का वाटर लेवल बढ़ गया।

झारखंड में बारात ले जा रही बोलेरो बाढ़ में बही
तूफान के चलते पूरे झारखंड में 201 शेल्टर होम बनाए गए। पूर्वी सिंहभूम के गुड़ाबांदा में 2051 और धालभूमगढ़ में 600 लोगों को शेल्टर होम भेजा। धनबाद में बुधवार देर रात तक 15 मिमी बारिश हुई। लातेहार जिले के तूपु हेसला गांव की धरधरी नदी में बुधवार शाम अचानक बाढ़ आ गई। इस बीच नदी पार कर रही बारातियों से भरी बोलेरो बाढ़ की चपेट में आ गई। बारातियों सहित ड्राइवर ने गाड़ी से कूदकर जान बचाई।

बारातियों से भरी बोलेरो को ड्राइवर ने नदी से निकालने की कोशिश की, जो बाढ़ में बह गई।
बारातियों से भरी बोलेरो को ड्राइवर ने नदी से निकालने की कोशिश की, जो बाढ़ में बह गई।

बंगाल और ओडिशा में 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
समुद्री तूफान यास की वजह से बंगाल और ओडिशा में 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। यहां बुधवार को 130-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बारिश और घरों के टूटने की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 ओडिशा और एक बंगाल से है। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस और भुवनेश्वर के बीजू पटनायक एयरपोर्ट पर शाम करीब 7 बजे से उड़ानें दोबारा शुरू हो गईं। यह एयरपोर्ट तूफान की वजह बंद कर दिया गया था।

बंगाल में विशेषकर पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा, शंकरपुर, मंदारमनी दक्षिण 24 परगना जिले के बाद बकखाली, संदेशखाली, सागर, फ्रेजरगंज, सुंदरबन आदि जगहों से लेकर पूरे बंगाल में 3 लाख लोगों के घर इस तूफान से उजड़ गए हैं। 134 बांध टूट गए हैं, जिन्हें ठीक करवाया जा रहा है। ममता 28 और 29 मई को हेलिकॉप्टर द्वारा तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी।

पूर्वी मेदिनीपुर में नाव की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को बचाते आर्मी के जवान।
पूर्वी मेदिनीपुर में नाव की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को बचाते आर्मी के जवान।

ओडिशा के मयूरभंज जिले में चक्रवात अभी भी सक्रिय
ओडिशा के मयूरभंज जिले में चक्रवात अभी भी सक्रिय है। बालासोर जिले के जलेश्वर, बस्ता और सोरो के साथ भद्रक और केंद्रपाड़ा जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ का असर रहा है। भितरकनिका और राजकनिका जैसे क्षेत्रों में भी यही हाल है। इन इलाकों में बिजली सप्लाई ठीक करने में 3 दिन से 6 दिन का समय लग सकता है। बालासोर, भद्रक, जाजपुर और केंद्रपाड़ा कस्बों में भी बिजली सप्लाई ठीक करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। भुवनेश्वर और कटक जिले के ज्यादातर इलाकों में बिजली व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है।

यास तूफान के कारण ईस्ट कोस्ट रेलवे लाइन को काफी नुकसान पहुंचा है।
यास तूफान के कारण ईस्ट कोस्ट रेलवे लाइन को काफी नुकसान पहुंचा है।

जलपाईगुड़ी में भूकंप भी आया
यास तूफान ने बुधवार को भारत के पूर्वी तटों पर दस्तक दी। बंगाल के जलपाईगुड़ी में दोपहर के वक्त पहुंचा और इसी दौरान 3.8 तीव्रता का भूकंप भी रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद यास ओडिशा पहुंचा, जहां भारी बारिश और तेज हवाएं चलने लगीं। इससे पहले 1 लाख लोगों को वहां से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।



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