आज वैशाख पूर्णिमा पर साल का पहला चंद्रग्रहण होगा। जो कि खत्म होते वक्त देश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में कुछ ही मिनटों के लिए दिखेगा, इसलिए इसका अशुभ असर नहीं होगा। ये ही वजह है कि इसका सूतक काल भी देश में नहीं माना जाएगा और पूर्णिमा पर होने वाले धार्मिक काम करने में किसी भी तरह का दोष नहीं रहेगा और स्नान-दान और पूजा-पाठ किए जा सकेंगे।
पूर्णिमा पर होने वाले इस चंद्रग्रहण के 15 दिन बाद यानी 10 जून को अमावस्या पर साल का पहला सूर्यग्रहण लगेगा जो कि वलयाकार होगा। हालांकि ये ग्रहण भी भारत में नहीं दिखेगा। इसलिए ये भी सिर्फ खगोलीय नजरिये से खास रहेगा। धार्मिक रूप से इसका महत्व नहीं रहेगा। पिछले साल भी ऐसी स्थिति बनी थी जब 15 दिनों में दो ग्रहण हुए थे। लेकिन भारत में नहीं दिखने से इनका अशुभ असर भी नहीं पड़ा था।
आज लगने वाला आंशिक चंद्रग्रहण
आज लगने वाले आंशिक चंद्रग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं रहेगा। लेकिन ये खगोलिय और ज्योतिषीय नजरिये से खास माना जा रहा है। पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि इस ग्रहण का असर 12 राशियों के साथ ही देश-दुनिया पर भी पड़ेगा। इस कारण प्राकृतिक आपदाएं आने और राजनीति बदलाव होने के संकेत दिख रहे हैं। साथ ही इस ग्रहण से कई लोग मानसिक तौर से परेशान भी रहेंगे।
10 जून को साल का पहला सूर्यग्रहण
10 जून, गुरुवार को साल का पहला सूर्यग्रहण लगेगा। ये 15 दिन में होने वाला दूसरा ग्रहण रहेगा। ये भी भारत में नहीं दिखेगा। लेकिन उत्तर-पूर्व अमेरिका, यूरोप, उत्तरी एशिया और उत्तरी अटलांटिक महासागर में ये ग्रहण देखा जा सकेगा। इसलिए इन जगहों पर इस ग्रहण का असर भी रहेगा। भारतीय समय के मुताबिक ये वलयाकार सूर्यग्रहण दोपहर करीब 1:42 पर शुरू होकर शाम 6:41 पर खत्म होगा। 5 घंटे के इस ग्रहण में 3 मिनिट 48 सेकंड तक वलयाकार स्थिति बनेगी।
15 दिन में 2 ग्रहण का देश-दुनिया पर असर
डॉ. मिश्र बताते हैं कि 15 दिन में 2 ग्रहण होने से प्राकृतिक आपदाएं या मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है। तेज हवा, आंधी, भूकंप या लेंडस्लाइड होने की आशंका बन रही है। इसके अलावा देश में तनाव और डर का माहौल बन सकता है। देशी सीमाओं पर तनाव बढ़ सकता है। आतंकी घटनाएं बढ़ सकती हैं। प्रशासन में डर रहेगा। कुछ जगहों पर दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं। औद्योगिक विकास कार्यों में गिरावट आ सकती है। व्यापारि वर्ग में चिंता रहेगी।