आज से शुरू हो रहा नौतपा बढ़ाएगा गर्मी, लेकिन बंगाल की खाड़ी में आए ‘यास’ से कई राज्यों में बारिश के भी आसार

Posted By: Himmat Jaithwar
5/25/2021

सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही आज से नौतपा शुरू हो रहा है। यानी अगले 9 दिनों तक तेज गर्मी रहेगी। इस दौरान सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ती हैं। इस दौरान वृषभ राशि में चार ग्रहों की युति होने से गर्मी का असर ज्यादा होगा और तेज गर्म हवाएं चलेंगी। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में आए यास चक्रवात की वजह से कई राज्यों में आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है।

नौतपा को लेकर क्या कहते हैं ज्योतिषविद्? मौसम विभाग का अगले हफ्ते के मौसम को लेकर क्या है अनुमान? बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात का किन राज्यों पर पड़ेगा असर? आइए जानें...

नौतपा को लेकर क्या कहते हैं ज्योतिषविद्?

ज्योतिषविद् पं. मनीष शर्मा के अनुसार 25 मई से 3 जून तक नौतपा रहेगा। रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र हैं। इसी नक्षत्र में सूर्य के आ जाने से इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होगी। ज्योतिष गणनाओं के मुताबिक इसका असर सभी तरफ दिखाई देगा। खासकर जानवरों को कई तरह के रोग होने का डर है। नौतपा के शुरुआत में चार ग्रह सूर्य, बुध, शुक्र व राहु एक साथ वृषभ राशि में होंगे। इससे रोड एक्सीडेंट, जन-धन हानि होगी।

दूसरी ओर, 30 मई को नौतपे में ही बुध ग्रह वक्री होगा। दो दिन बाद शुक्र भी बुध का साथ छोड़ देगा। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा के योग बनेंगे। यूपी, पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात के कच्छ और ओडिशा में भी तेज हवा के साथ बारिश होने का योग बनेगा। साथ ही तिलहन, तुअर, मटर, रुई, काली मिर्च, शक्कर, नमक के भावों में अचानक गिरावट आ सकती है। चांदी के भाव भी गिर सकते हैं। वहीं, अगले 4 महीने के वर्षाकाल में बारिश के कुल 44 योग हैं। इसमें आषाढ़ में 14, श्रावण में 12, भाद्रपद में 14, अश्विन में 4 योग हैं।

नौतपा को लेकर क्या है मान्यता?

इन नौ दिनों में बारिश न हो और ठंडी हवा न चले तो यह माना जाता है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होगी। इस दौरान सूर्य की गर्मी और रोहिणी के जल तत्व के कारण मानसून गर्भ में जाता है और नौतपा ही मानसून का गर्भकाल माना जाता है। सूर्य 12 राशियों, 27 नक्षत्रों में भ्रमण करता है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य कुंडली में जिस भी ग्रह के साथ बैठता है, उसके प्रभाव का अस्त कर देता है।

कब होता है नौतपा?

ज्योतिष गणनाओं के मुताबिक जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है तब नौतपा होता है। इन 9 दिनों तक सूर्य पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है। इस नक्षत्र में सूर्य 15 दिनों तक रहता है, लेकिन शुरुआत के 9 दिनों में गर्मी बहुत ज्यादा होती है। सूर्य का तापमान 9 दिनों तक सबसे अधिक रहता है, इसलिए 9 दिनों के समय को ही नौतपा कहा जाता है।

अगले सात दिन के लिए मौसम विभाग का क्या अनुमान है?

  • मध्य और उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री बढ़ सकता है।
  • पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 3 से 6 डिग्री गिर सकता है। उसके बाद 4 से 6 डिग्री बढ़ेगा।
  • अगले दो दिनों में गुजरात में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। उसके बाद इतनी ही डिग्री की गिरावट होने की भी संभावना है।
  • महाराष्ट्र में भी अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है।
  • देश के बाकी इलाकों में तापमान में कोई खास उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिलेगा।
  • 29 से 31 मई के बीच उत्तर-पूर्वी भारत के इलाकों में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश हो सकती है।
  • 29 से 31 मई के बीच ही पूर्वी भारत समेत पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भारत की कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है।

‘यास’ के तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में तूफान ‘यास’ के तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई है। बुधवार की सुबह तक तूफान के बंगाल और ओडिशा के तट को छूने के आसार हैं। तूफान की वजह से बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश भी होने लगी है। 24 से 26 मई के दौरान मछुआरों को तटीय इलाकों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।

तूफान की वजह से 24 से 26 मई के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। 26 से 28 के बीच झारखंड, बिहार, असम और मेघालय में कई जगहों पर हल्की या तेज बारिश के भी आसार हैं।

बंगाल की खाड़ी से सटे तटीय इलाकों में 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। 25 मई की दोपहर से हवाओं की रफ्तार कम होने की उम्मीद है।

आंध्रप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में आज 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। 26 मई की सुबह तक हवाओं की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। जगतसिंहपुर, केंद्रापारा, भद्रक, बालासोर और पूर्वी मेदिनीपुर के कुछ जिलों में 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

26 मई की रात को दक्षिणी झारखंड में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।



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