SC की केंद्र सरकार को फटकार, पूछा- सुप्रीम कोर्ट को मिलने से पहले मीडिया में कैसे लीक हो गया एफिडेविट

Posted By: Himmat Jaithwar
5/10/2021

चुनाव, कुंभ और ऑक्सीजन सप्लाई जैसे 21 मामलों पर सुप्रीम कोर्ट की 3 सदस्यीय बेंच ने सोमवार को सुनवाई की। इसकी अध्यक्षता जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने की। सुनवाई के बीच कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई।

जस्टिस चंद्रचूड़ ने सरकार का एफिडेविट कोर्ट से पहले मीडिया तक पहुंचने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रविवार देर रात ऐफिडेविट पहुंचाया। सोमवार सुबह 10 बजे ये हमें मिला, लेकिन मीडिया के पास ये रात में ही पहुंच गया था। इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि राज्यों को भी हमने अपना हलफनामा भेजा था। वहां से कोई गड़बड़ हुई होगी। कोर्ट ने सुनवाई गुरुवार तक स्थगित कर दी है।

केंद्र ने वैक्सीनेशन को बताया सबसे अच्छा विकल्प
इससे पहले केंद्र सरकार ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया था। इसमें केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीनेशन सबसे अच्छा विकल्प है। ये वर्तमान के साथ-साथ लंबे समय तक कोरोना से लड़ने की रणनीति का हिस्सा है। इसलिए केंद्र सरकार तेजी से वैक्सीनेशन बढ़ाने की तरफ ध्यान दे रही है। वैक्सीन की कीमत भी एक बड़ा मुद्दा है। इसे कम कराने के लिए केंद्र सरकार देश के साथ-साथ दुनियाभर में कोशिश कर रही है। वैक्सीनेशन प्रोग्राम में कमजोर वर्ग के लोगों पर खासतौर पर ध्यान दिया जा रहा है।

दो दिन पहले बनाई थी नेशनल टास्क फोर्स
इससे पहले 8 मई को जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने 12 सदस्यीय टास्क फोर्स बनाई थी। इनमें 10 देश के जाने-माने डॉक्टर और सरकार के सेक्रेटरी लेवल के दो अधिकारी शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने टास्क फोर्स से दवाइयों और ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए जरूरी उपायों पर सुझाव मांगे हैं। इसमें शामिल 12 सदस्यों को ऑक्सीजन सप्लाई करने का वैज्ञानिक और व्यावहारिक फॉर्मूला भी तैयार करने के लिए कहा है।



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