कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार युद्ध स्तर पर 18-45 वर्ष के लोगों को वैक्सीनेशन करने के लिए तैयारी में जुट गई है। वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
केजरीवाल ने कहा कि हम 18-45 साल के उम्र वालों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर 100 से बढ़ाकर 250-300 करने जा रहे हैं। अगर हमें 80 से 85 लाख वैक्सीन प्रतिमाह मिल जाए तो, हम तीन महीने में सभी को वैक्सीन लगा सकते हैं। हमारे लोग हैं और उनके वैक्सीनेशन के लिए अभी 2.60 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है।
केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर युवाओं में जबरदस्त उत्साह, स्कूलों में वैक्सीनेशन के लिए की गई व्यवस्था से लोग बहुत खुश है। पास वैक्सीन की बहुत कमी है। अभी तक हमें करीब 40 लाख वैक्सीन मिली है। दिल्ली की दो करोड़ आबादी में से 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 1.5 करोड़।
दिल्ली के पास कुल पांच-छह दिन की वैक्सीन का डोज
केजरीवाल ने कहा है कि वैक्सीन ही एक सुरक्षा चक्र है, जो हमें तीसरी लहर से बचा सकता है। पर दिल्ली सरकार के पास वैक्सीन की काफी कमी है। केजरीवाल ने केंद्र से मांग किया कि जैसे अभी जिस तरह केंद्र सरकार अभी तक मदद करती आई है, उसी तरह दिल्ली को उचित मात्रा में वैक्सीन भी उपलब्ध कराए।
दिल्ली के पास 5 से 6 दिन की वैक्सीन बची है, मैं उम्मीद करता हूं कि हमें जल्द ही वैक्सीन मुहैया कराई जाएगी मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सामने आज सबसे बड़ी अड़चन यह आ रही है कि दिल्ली में वैक्सीन की बहुत कमी है।
अगर हमें वैक्सीन की डोज पर्याप्त मात्रा मिल जाए, तो जैसे मैंने बार-बार कहा है कि हम तीन महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीनेशन करना चाहते हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली के अंदर एक लाख वैक्सीन प्रतिदिन लगाई जा रही है। 50 हजार वैक्सीन 45 साल से कम उम्र के लोगों को लगाई जा रही है और लगभग 50 हजार वैक्सीन 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जा रही है।
दिल्ली के वैक्सीनेशन सेंटर पर एनसीआर से भी युवा आकर करवा रहें हैं वैक्सीनेशन
सीएम ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान खूब जोर-शोर से चल रहा है। पिछले कुछ दिनों में जब से 45 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ है, तब से टीकाकरण को लेकर खासकर हमारे युवाओं में जबरदस्त उत्साह है। उन्होंने बताया कि युवाओं को दिल्ली के वैक्सीनेशन मॉडल ऐसा पसंद आया है कि फरीदाबाद, सोनीपत, गुडगांव, गाजियाबाद और नोएडा से भी लोग आकर वैक्सीन लगवा रहे।