रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच मुलाकात हो सकती है। जल्द ही दो बड़ी महाशक्तियों के नेताओं की प्रस्तावित बैठक पर फैसला लिया जाएगा। यह जानकारी व्हाइट हाऊस की तरफ से दी गई है।
एक बयान में कहा गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है, 'अगर उनकी मीटिंग रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होती है, तो यह दोनों देशों के बीच चल रहे तानव को खत्म करने और रिश्तों में सकारात्मक पहल को लेकर होगी। हालांकि व्हाइट हाउस की अपनी रोजाना होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेक्रेटरी जेन साकी ने कहा कि फिलहाल इस बैठक की कोई तारीख तय नहीं हुई है। राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया है। क्योंकि उनका मानना है कि दोनों देशों के रिश्तों की बेहतरी के लिए यह बैठक अहम है।
बैठक को लेकर तय किया जा रहा एजेंडा
इस बैठक को लेकर स्टाफ लेवल पर चर्चा चल रही है। इसका एजेंडा तय किया जा रहा है। इसके अलावा साकी ने बाइडेन की राष्ट्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जाहिर करने वाला एक बयान भी दोहराया। उन्होंने कहा कि रूस की तरफ से उठाए कदम जो अमेरिका की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाते हैं, से अपने राष्ट्रहितों की रक्षा करेंगे।
बैठक में दोनों देश अपने मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करेंगे
इससे पहले पिछले महीने राष्ट्रपति बाइडेन ने पुतिन से फोन पर बात की थी। उन्होंने यूक्रेन और क्रीमिया पर अचानक होने वाली रूसी सेना की गतिविधियों को लेकर चिंता जाहिर की थी। इस पर तनाव काम करने को रूस को बुलाया है। इस बैठक में दोनों देशों अपने मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
दोनों देशों के बीच बैठक की कई वजह मानी जा रही हैं। इसमें अमेरिका की तरफ से 32 रूस की संस्थाओं पर लगाए गए बैन और 2020 के चुनाव में रूस का शामिल होना और यूएस नेटवर्क की सप्लाई चैन सॉफ्टवेयर हैंकिंग जैसे मुद्दे हैं। जबकि रूस इन आरोपों को नकारता रहा है।
अमेरिका में बनेगा अब क्लाइमेट को लेकर ऑफिस
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है। इसमें स्टेट डिपार्टमेंट में क्लाइमेट चेंज सपोर्ट ऑफिस (CCSO)शुरू करने के आदेश दिए गए है। इसका उद्देश्य क्लाइमेट चेंज को लेकर उठाए जा रहे कदमों को सपोर्ट करना है। इसे क्लाइमेट चेंज सपोर्ट ऑफिस (CCSO) के नाम से जाना जाएगा।