कंगना रनोट ने हाल ही में बॉलीवुड में अपने 15 साल पूरे किए हैं। उन्होंने 2006 में रिलीज हुई 'गैंगस्टर' से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। तब से लेकर अब तक वे 30 से ज्यादा फिल्मों में नजर आ चुकी हैं और चार नेशनल फिल्म अवॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री में उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही । 34 साल की कंगना ने एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट से बातचीत में अपने संघर्ष के बारे में बताया और फिल्म इंडस्ट्री, खासकर कुछ फिल्ममेकर्स पर निशाना भी साधा। ऊनके मुताबिक, जिस वक्त वे फिल्मों में आईं, तब उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया था।
'इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस के साथ बुरा बर्ताव होता है'
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कंगना ने कहा, "फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जा रहा है। उन्हें अब भी कमतर आंका जाता है। मैंने अपनी जगह खुद बनाने की कोशिश की और इसमें मुझे बहुत संघर्ष करना पड़ा। वे मुझे जो दे रहे थे, अगर उसी में सेटल हो जाती तो मुझे नहीं लगता कि मैं यहां तक आ पाती।"
'उनके लिए सुंदरता का मतलब गोरा होना था'
कंगना कहती हैं, "उनके (फिल्ममेकर्स) लिए सुंदरता का मतलब गोरा होना था। मैं बहुत गोरी थी और 3-4 साल के लिए अपनी जगह बना सकती थी। जो कि कोई भी फेयर कॉम्प्लेक्शन वाला कर सकता है। वे यही सब चाहते थे। वे गोरे रंग के बदले वह शेल्फ लाइफ देने के लिए तैयार थे। लेकिन मैं उससे संतुष्ट नहीं थी। मेरा गोरा रंग मेरी सबसे कम पसंदीदा चीजों में शामिल है। एक्ट्रेस के तौर पर मुझमें और भी कई चीजें हैं और हैरत है कि उन्होंने उनकी परवाह नहीं की। उन्हें उनसे कोई लेना देना नहीं था और अब वे वाकई यह देखकर सरप्राइज होंगे कि मैं किस तरह की इंसान बन गई।"
'द डर्टी पिक्चर्स' न कर पाने का अफसोस
कंगना ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया कि उन्हें 'द डर्टी पिक्चर्स' न कर पाने का अफसोस है। हालांकि, उन्होंने फिल्म में विद्या बालन के काम की तारीफ की और कहा, "मुझे नहीं लगता कि मैं इसे विद्या बालन से बेहतर कर सकती थी। वे वहां शानदार थी। लेकिन हां, कभी-कभी मुझे लगता है कि मैंने उस फिल्म में पोटेंशियल नहीं देखा।"
कंगना ने इस दौरान यह भी कहा कि अपने ज्यादातर अवसर उन्होंने खुद बनाए हैं। वे कहती हैं, "मैंने राजकुमार हिरानी या संजय लीला भंसाली या धर्मा प्रोडक्शन, यशराज फिल्म या किसी भी खान की कन्वेंशनल फिल्में नहीं की। फिर भी टॉप की एक्ट्रेस हूं, जिसने अपना नाम खुद बनाया।"