राज्यों में अपना झंडा बुलंद करने के लिए दिग्गज नेताओं ने कोरोना के बीच जोरदार रैलियों का ‘चुनाव’ किया। हालांकि, कोरोना की भयावह स्थिति और कोर्ट की दखलंदाजी के बाद आखिरी चरणों में चुनाव आयोग को रैलियों पर लगाम कसने पर मजबूर होना पड़ा। फिर भी दिग्गज नेताओं की रैलियों के आंकड़े दर्जनों में हैं। 33 दिनों के चुनावी मौसम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 चुनावी राज्यों में 31 रैलियां कीं। राहुल गांधी ने भी 22 रैलियां कीं। अब पांचों राज्यों के नतीजे आपके सामने हैं। ऐसे में आइए देखते हैं कि ये रैलियां कितनी कामयाब रहीं...क्या रैलियों के सहारे पार्टियों को सत्ता के करीब पहुंचने के लिए सीटें मिलीं…
पश्चिम बंगाल
पांचों राज्यों में बंगाल सबसे हाई प्रोफाइल राज्य रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा रैली इसी राज्य में कीं। उन्होंने 17 रैलियां कर 221 सीटों को कवर किया। बीजेपी को उसका फायदा भी मिला। पिछले चुनावों में जहां केवल 3 सीटें मिली थीं वहीं इस बार बीजेपी 75 से ज्यादा सीटों में कामयाब हुई। मोदी ने जिन 221 सीटों पर रैली की, वहां भाजपा के 53 प्रत्याशी जीतने में कामयाब हुए। मोदी के साथ ही अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी बंगाल पर फोकस रखा। अमित शाह ने पूरे राज्य में 46 रैलियां कींं और जेपी नड्डा ने 29। हालांकि प्रधानमंत्री के उलट कांग्रेस ने बंगाल से दूरी बनाए रखी। राहुल गांधी ने यहां केवल दो रैलियां कर 20 सीटों को कवर किया। इनमें से एक भी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी नहीं जीत सके।
असम
राज्य में फिलहाल बीजेपी अन्य दो पार्टियों के साथ सत्ता में है। एग्जिट पोल में भी बीजेपी के सत्ता में वापसी का अनुमान था। 126 सीटों वाले असम में प्रधानमंत्री ने 8 रैलियां कर 27 सीटों को कवर किया, जिनमें 20 सीटें भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने जीतीं। यहां राहुल गांधी ने भी 5 रैलियां कीं। 19 सीटें कवर करने वाली ये रैलियां कांग्रेस को सिर्फ 3 सीटें दिला पाईं।
केरल
राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र होने की वजह से यहां राहुल गांधी का फोकस रहा। फिलहाल यहां लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) सत्ता में है। राहुल गांधी ने यहां 9 रैलियां कर 79 सीटों को साधा, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने 3 रैलियां की, जिनमें केवल 3 सीटों पर ही भाजपा प्रत्याशी जीते। कांग्रेस के गठबंधन वाली पार्टियों के 28 प्रत्याशियों को जीत मिली।
तमिलनाडु
2016 चुनावों में AIADMK 234 में 136 सीटें जीतकर सत्ता में आईं। फिलहाल कांग्रेस यहां DMK के साथ मिलकर चुनावी मैदान में है। राहुल गांधी ने तमिलनाडु में 6 रैलियां कर 44 सीटों को कवर किया। प्रधानमंत्री ने 3 रैलियां कीं। प्रधानमंत्री मोदी ने 24 सीटें कवर कीं। भाजपा गठबंधन वाली पार्टियां को 13 में सफलता मिली। कांग्रेस गठबंधन पार्टियों के 32 प्रत्याशी जीतने में सफल रहे।
पुडुचेरी
पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है। यहां फरवरी में राजनीतिक उठापटक के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। वी. नारायणसामी बहुमत साबित नहीं कर सके। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने 1 रैली की। भाजपा ने यहां 3 सीटें जीती हैं।