आकलन-ग्राउंड रिपोर्ट सटीक साबित होते हुए
अब तक आए रुझानों में भास्कर का एग्जिट पोल और ग्राउंड रिपोर्ट का आकलन सौ फीसदी सही साबित होता दिख रहा है। भास्कर ने एग्जिट पोल और ग्राउंड रिपोर्ट में सुजानगढ़ और सहाड़ा सीट पर कांग्रेस की जीत और राजसमंद में कड़ी टक्कर बताई थी। अब तक के रूझान उसी दिशा में जा रहे हैं।
सुजानगढ़ में हनुमान बेनीवाल की पार्टी ने भाजपा को तीसरे स्थान पर धकेला
उपचुनाव में सबसे चौंकाने वाले रुझान सुजानगढ़ के हैं। कांग्रेस उम्मीदवार मनोज मेघवाल सहानुभूति फैक्टर के चलते जीत रहे हैं। सबसे चौंकाने वाला है यहां भाजपा उम्मीदवार खेमाराम मेघवाल का तीसरे स्थान पर जाना। हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के उम्मीदवार सोहनलाल नायक सुजानगढ़ में दूसरे स्थान पर हैं। भाजपा उम्मीदवार को भितरघात का सामना करना पड़ा है। हनुमान बेनीवाल ने एनडीए से अलग होकर खुद भले न जीते लेकिन भाजपा को हरवा दिया है। भाजपा उम्मीदवार का तीसरे स्थान पर रहना एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सहाड़ा में पितलिया फैक्टर से भाजपा को नुकसान, गायत्री देवी को सहानुभूति का वोट मिला
सहाड़ा में भाजपा के बागी लादूलाल पितलिया को जबरन चुनावी मैदान से हटने के लिए बाध्य करने के विवाद से भाजपा को भारी नुकसान हुआ है। पितलिया के मन में चुनाव न लड़ने देने की टीस के वायरल ऑडियो से भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। दिवंगत कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री त्रिवेदी को सहानुभूति का वोट मिला है।
राजसमंद में कांटे की टक्कर,भाजपा को जीत के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा
राजसमंद में भाजपा उम्मीदवार दीप्ति माहेश्वरी और कांग्रेस उम्मीदवार तनसुख बोहरा के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है। दीप्ति माहेश्वरी आगे जरूर हैं लेकिन मार्जिन बहुत कम है। भाजपा-आरएसएस के गढ़ राजसमंद में दिवंगत किरण माहेश्वरी की बेटी को जीतने के लिए इतना संघर्ष करना पड़े, यह चौंकाने वाला है। राजसमंद में भाजपा को आपसी गुटबाजी, कटारिया के महाराणा प्रताप पर दिए बयान का नुकसान होता दिख रहा है।
भीलवाड़ा में बनाए मतदान केंद्रों पर ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त बेड व क्वारेंटाइन सेंटर।
मतगणना केंद्र पर वेटिलेटर, ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतगणना स्थल के मुख्य प्रवेश द्वार पर अधिक संख्या में व्यक्ति एकत्रित नहीं हों। इसलिए मुख्य द्वार पर 2-3 जगह डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। मतगणना स्थल के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है। कोविड को देखते हुए इसके अलावा, मतगणना स्थल पर 2 वेंटिलेटर, ऑक्सीजन बेड तथा एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। ताकि आवश्यकता होने पर उसका तत्काल प्रयोग किया जा सके।
राजसमंद के मतगणना स्थल को सैनेटाइज किया गया।
उपचुनाव में तीनों जगह सहानुभूति फैक्टर कामयाब, 56 साल का रिकॉर्ड टूटा
विधानसभा उपचुनाव में तीनों सीटों पर सहानुभूति कार्ड चला है। पिछले 56 साल के इतिहास में इस बार यह पहला मौका है जब दिवंगत विधायकों के परिवार उपचुनाव जीत रहे हैं। एक सीट पर जीत हो चुकी है जबकि दो पर जीत तय है। 1965 से लेकर अब तक हुए उपचुनाव में जब-जब भी दिवंगत नेता के परिजनों को टिकट दिया। वे चुनाव हारते रहे हैं। इस बार 56 साल पुराना मिथक टूट गया है।
कांग्रेस-भाजपा जहां थे वहीं रह गए, न किसी को नफा न नुकसान
उपचुनावों के रुझानों के हिसाब से देखा जाए तो विधानसभा में संख्या बल में कांग्रेस और भाजपा दोनों जहां पहले थे वहीं के वहीं हैं। 3 में से 2 सीटें कांग्रेस और 1 भाजपा के पास थीं। अब भी 2 सीट कांग्रेस जीत रही है और एक पर भाजपा जीत गई है। इसलिए किसी का नफा नुकसान नहीं हुआ है। सुजानगढ़ में भाजपा के लिए सियासी झटका जरूर लगा है जहां पार्टी तीसरे स्थान पर है।