तमिलनाडु में करुणानिधि और जयललिता के बाद अब स्टालिन द्रविड़ राजनीति के सबसे बड़े हीरो, पुड्डुचेरी में NDA सत्ता के करीब

Posted By: Himmat Jaithwar
5/2/2021

तमिलनाडु में एमके स्टालिन का जादू चल गया है। द्रविड़ राजनीति के पुरोधा DMK के गठबंधन ने सुबह 11:30 तक 234 में से 133 सीटों पर बढ़त बना ली। पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले उसे 35 से 40 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। वहीं, AIADMK और BJP के गठबंधन को 100 सीटों का आंकड़ा छूना मुश्किल नजर आ रहा है। उधर, पुड्डुचेरी में AINRC-BJP का गठबंधन यानी NDA सत्ता हासिल करने के करीब है।

तमिलनाडु में कई दशकों बाद पहली बार करुणानिधि और जयललिता की गैरमौजूदगी में चुनाव हुए। ऐसे में DMK के इस प्रदर्शन से स्टालिन इन दो दिग्गजों के बाद राज्य के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित हो जाएंगे। DMK के एमके स्टालिन और AIADMK के ईके पलानीस्वामी के अलावा NTK के सीमन, MNM के कमल हासन और AMMK के टीटीवी दिनाकरण राज्य में मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी माने जा रहे थे।

एग्जिट पोल में यहां DMK की वापसी के रुझान बताए गए। 6 पोल्स में से सभी ने इस बार DMK के पास सत्ता जाने का अनुमान जताया।

2016 में दूसरी बार सीएम बनी थीं जयललिता

234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में 2016 में AIADMK ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके बाद जयललिता लगातार दूसरी बार कुर्सी पर बैठीं। पिछले चुनाव में करुणानिधि की अगुवाई वाली DMK के खाते में 98 सीटें आई थीं।

पलानीस्वामी के पास AIADMK की कमान

5 दिसंबर 2016 को जयललिता के निधन के बाद ओ पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया, लेकिन वो सिर्फ 73 दिन ही कुर्सी पर रह सके। 16 दिसंबर 2017 को ई पलानीस्वामी राज्य के सीएम बने। इसके बाद से ही AIADMK की कमान पलानीस्वामी के हाथ में है।

पुड्डुचेरी में NDA को फायदा

केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में भी वोटों की गिनती जारी है। 30 विधानसभा सीटों वाले पुडुचेरी में एन रंगास्वामी के AINRC (ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस)- BJP गठबंधन और कांग्रेस-डीएमके गठबंधन के बीच मुकाबला है। शुरुआती रुझानों में AINRC गठबंधन 11 सीटों पर और कांग्रेस गठबंधन 4 सीटों पर आगे चल रही है। एग्जिट पोल में रंगास्वामी की अगुवाई वाले गठबंधन को जीतने की संभावना जताई गई थी।



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