कंगना रनोट ने उन लोगों को चेतावनी दी है, जो कोरोना की दूसरी लहर के बीच विदेशों में भारत की छवि को खराब कर रहे हैं। साथ ही उन देशों को फटकार लगाई है, जो कोविड के चलते भारत की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा है, "प्लीज उन सभी लोगों के लिए चेतावनी देखिए, जो अपने फॉरेन डैडी के सामने भारत का रोना रो रहे हैं। आपका समय समाप्त हुआ।"
वीडियो में क्या कह रहीं कंगना रनोट
कंगना वीडियो में कह रही हैं, "नमस्ते दोस्तों। कोरोना के सिवाय ऐसी और भी बहुत सी चीजें हैं, जो कि बहुत ज्यादा डिस्टर्बिंग हैं और मैं आपसे डिस्कस करना चाहती हूं। जब भी भारत पर कोई क्राइसिस आते हैं, आपदा आती है तो एक इंटरनेशनल मुहिम चलती है। सारे देश एक साथ हो जाते हैं और भारत को ऐसे दिखाया जाता है, जैसे तुम लोग तो अभी-अभी बंदर से इंसान बने हो। तुमको तो पता ही नहीं है कि डेमोक्रेसी क्या होती है? तुम्हे किसको चुनना चाहिए? तुम्हे तो अकल ही नहीं है।"
कुछ पत्रकारों का नाम लेकर निशाना साधा
कंगना रनोट ने वीडियो में कुछ पत्रकारों पर निशाना साधा है और उनके लिए बुद्धिजीवी शब्द का इस्तेमाल किया है। उनका कहना है कि यही बुद्धिजीवी हैं, जो अपने-अपने चैनल्स के माध्यम से इंटरनेशनल लेवल पर भारत की छवि गिराने का सोर्स बनते हैं।
'वायरस को कम्युनिस्ट कहने की औकात नहीं'
कंगना भारत का आलोचना करने वाले देशों पर भड़काते हुए कहा, "ये देश, वुहान में पैदा हुए वायरस को लेकर इनकी औकात नहीं है कि उसे कम्युनिस्ट वायरस कह सकें। ये हमें बताते हैं कि हमें अपना देश कैसे चलाना चाहिए? कौन होते हैं ये? फर्स्ट वेव में अमेरिका की कितनी ज्यादा पापुलेशन वाइप आउट हो गई। इटली में क्या हुआ? सबने देखा।"
अंत में एक्ट्रेस ने कहा, "सेकंड वेव में अभी भी इंग्लैंड जूझ रहा है। हम भी जूझ रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं। लेकिन उनके क्या किसी नेता का नाम उछला? उनकी डेमोक्रेसी का नाम उछला? हमें बताने वाले तुम कौन होते हो? हम जूझेंगे और हम जूझ रहे हैं। लेकिन भारत सरकार को इन सब उपद्रवियों का कोई न कोई इलाज ढूंढना चाहिए। ताकि ये देश को बदनाम न करें। जय हिंद।"