देश में सोने की मांग में रिकवरी आ रही है। जनवरी से मार्च 2021 के दौरान देश में 140 टन सोने का आयात हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले सोने के आयात में 37% की ग्रोथ रही है। जनवरी-मार्च 2020 में 102 टन सोने का आयात हुआ था। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, कोविड संबंधी प्रतिबंधों में छूट रहने, मांग बढ़ने और कीमतों में गिरावट के कारण सोने के आयात में बढ़ोतरी हुई है।
58,800 करोड़ रुपए का सोना आयात हुआ
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डाटा के मुताबिक, कैलेंडर ईयर 2021 की पहली तिमाही में 58,800 करोड़ रुपए के सोने का आयात हुआ है। एक साल पहले समान अवधि में 37,580 करोड़ रुपए के सोने का आयात हुआ था। मार्च तिमाही में ज्वैलरी की डिमांड में 39% का उछाल रहा है और 102.5 टन ज्वैलरी का आयात हुआ है। एक साल पहले समान अवधि में 73.9 टन ज्वैलरी का आयात हुआ था। रुपयों के लिहाज से जनवरी-मार्च तिमाही में 43,100 करोड़ रुपए की ज्वैलरी का आयात हुआ है। पिछले साल समान अवधि में 27,230 करोड़ रुपए की ज्वैलरी आयात हुई थी।
इन्वेस्टमेंट डिमांड में 34% का उछाल
डाटा के मुताबिक, जनवरी-मार्च तिमाही में गोल्ड इन्वेस्टमेंट डिमांड में 34% का उछाल रहा है। इस अवधि में निवेश के लिहाज से 37.5 टन सोने का आयात हुआ है। 2020 में समान अवधि में 28.1 टन सोने का आयात हुआ था। रुपयों के लिहाज से इस अवधि में निवेश के लिए 15,780 करोड़ रुपए के सोने का आयात हुआ है। जबकि 2020 में 10,350 टन सोने का आयात हुआ था।
गोल्ड रिसाइक्लिंग में 20% की गिरावट
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, 2021 की पहली तिमाही में देश में गोल्ड रिसाइक्लिंग में 20% की गिरावट रही है। इस अवधि में 14.8 टन सोने की रिसाइक्लिंग हुई है। 2020 की पहली तिमाही में 18.5 टन सोने की रिसाइक्लिंग हुई थी। पुराने सोने को गलाकर नई ज्वैलरी या अन्य उत्पाद बनाने की प्रक्रिया को रिसाइक्लिंग कहा जाता है।
कम कीमतों से बढ़ी खरीदारी
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मैनेजिंग डायरेक्टर इंडिया सोमासुंदरम पीआर का कहना है कि कीमतों में कमी के कारण ग्राहकों के सेंटिमेंट में सुधार आया है। इसके अलावा आर्थिक गतिविधियों में तेजी और शादियों जैसी सामाजिक गतिविधियां बढ़ने के कारण गोल्ड ज्वैलरी की डिमांड में 39% की ग्रोथ रही है।
ग्लोबल गोल्ड डिमांड में 23% की गिरावट
काउंसिल के डाटा के मुताबिक, जनवरी-मार्च 2021 के दौरान ग्लोबल गोल्ड डिमांड में 23% की गिरावट आई है। इस अवधि में 815.7 टन सोने की डिमांड रही है। एक साल पहले समान अवधि में 1059.9 टन सोने की डिमांड रही थी। काउंसिल के मुताबिक, गोल्ड आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और केंद्रीय बैंकों की कम खरीदारी के कारण गोल्ड की डिमांड में कमी आई है।