रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। सोमवार को 226 मौतों की जानकारी आई। देर रात प्रदेश कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का जीवन भी कोरोना की भेंट चढ़ गया। उन्होंने रायपुर के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। वे बिलासपुर से भाजपा सांसद रह चुकी थीं। बाद में वे कांग्रेस जॉइन की थी। उन्होंने विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को राजनांदगांव में चुनौती दी थी। राज्य सरकार ने उन्हें छत्तीसगढ़ समाज कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने शोक जताया
नए संक्रमितों से ज्यादा मरीज ठीक हुए
छत्तीसगढ़ में सोमवार को कोरोना के 15,084 नए मामले सामने आए। वहीं 17,341 लोगों की इलाज के बाद छुट्टी हुई। इसके साथ ही अब राज्य में इलाज करा रहे कोरोना मरीजों की संख्या 1 लाख 21 हजार 352 हो गई है। एक दिन में 226 मौतें दर्ज हुईं। देर रात होने वाली मौतें इसमें शामिल नहीं हैं। अकेले रायपुर जिले में 70 मौतें दर्ज हुई हैं। रायपुर जिले में इस महीने दो बार मौतों का आंकड़ा 70 को पार कर चुका है।
रिकवरी रेट में मामूली सुधार
राज्य में संक्रमितों के ठीक होने की दर में मामूली सुधार दिखा है। कल तक जो दर 79% तक थी अब वह बढ़कर 80% हो गई है। हालांकि, यह दर कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने से पहले की दर से काफी कम है। मार्च के पहले हफ्ते में कुछ दिन तक रिकवरी रेट 97% तक था।
बड़े शहर सबसे अधिक प्रभावित
प्रदेश औद्योगिक शहरों वाले 5 जिलों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। इनमें से रायपुर, दुर्ग और बलौदा बाजार जिले तो बिल्कुल पास-पास हैं। उधर बिलासपुर और रायगढ़ में भी सक्रिय मरीजों की संख्या अधिक है। इसकी वजह से वहां अस्पतालों में ICU और वेंटीलेटर वाले बेड की भारी मांग है।