देश में बढ़ती मेडिकल ऑक्सीजन की मांग को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। इसके तहत देशभर में 551 ऑक्सीजन प्लांट बनेंगे। इनका निर्माण PM केयर्स फंड के जरिए सरकारी अस्पतालों में किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए PM केयर्स फंड ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में 551 डेडिकेटेड प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने के लिए फंड के आवंटन की मंजूरी दे दी है।
बीते दिन PM ने की थी रिव्यू मीटिंग
- इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए मीटिंग की थी। उन्होंने इस पर जोर दिया था कि मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के साथ घर और अस्पतालों में मरीजों की देखभाल के लिए जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराने की तुरंत जरूरत है।
- उन्होंने सभी मंत्रालयों और डिपार्टमेंट्स को ऑक्सीजन और मेडिकल सप्लाई की उपलब्धता के लिए तालमेल से काम करने पर जोर दिया था। यह फैसला भी किया गया था कि 3 महीने के लिए ऑक्सीजन से जुड़ी वस्तुओं और उपकरणों के आयात पर बेसिक कस्टम ड्यूटी और हेल्थ सेस नहीं लगाया जाएगा।
- PM मोदी ने राजस्व विभाग को ऐसे उपकरणों के इंपोर्ट पर जल्द से जल्द कस्टम क्लीयरेंस देने के निर्देश दिए थे। यह फैसला भी लिया गया था कि कोरोना के टीकों के आयात पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 3 महीने के लिए खत्म कर दिया जाए।
क्यों बना था PM केयर्स फंड?
27 मार्च 2020 को भारत सरकार ने कोविड-19 से निपटने के लिए PM केयर्स फंड बनाया था। इसमें आम लोग अपनी इच्छा के मुताबिक डोनेट कर सकते हैं। इसमें चार सदस्य हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण। इस फंड को खर्च करने की जिम्मेदारी इन्हीं पर होती है।