भारत ने कोरोना वैक्सीन लगाने के मामले में शनिवार को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। देश में महज 99 दिनों में 14 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। ऐसा दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले सबसे कम वक्त में किया गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, शनिवार को रात 8 बजे तक 24 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अब तक देश में कुल 14.08 डोज लगाए जा चुके हैं। इस मामले में अमेरिका 22 करोड़ से ज्यादा डोज लगाकर सबसे आगे है।
देश में अब तक लगभग 93 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को पहला और 60 लाख को दूसरा टीका लग चुका है। वहीं 1.19 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स ने पहला और 62 लाख से ज्यादा ने दूसरा डोज लगवाया है। 45 से 60 साल उम्र वाले 4.76 करोड़ लोग पहला और 23 लाख दूसरा डोज लगवा चुके हैं। 60 साल से ज्यादा उम्र के 4.96 करोड़ बुजुर्गों को पहला और 77 लाख को दूसरा डोज लग चुका है।
1 मई से रफ्तार और बढ़ेगी
1 मई से 18 से 45 साल उम्र के सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जानी है। इससे वैक्सीनेशन में और तेजी आने की उम्मीद है। इसकी तैयारी के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को खास निर्देश दिए हैं। केंद्र ने इसके लिए ज्यादा निजी सेंटर बनाने के लिए कहा है। इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और सेंटरों पर भीड़ के मैनेजमेंट के लिए पुख्ता इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है।
यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने शनिवार को इस मसले पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। उन्होंने कहा कि सभी राज्य कोरोना मरीजों के लिए मौजूदा हॉस्पिटल और क्लीनिकल ट्रीटमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की अपनी योजनाओं का रिव्यू करें।
केंद्र की राज्यों को सलाह
- स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में 1 मई से बड़े पैमाने पर होने वाले टीकाकरण के लिए राज्यों को निजी अस्पतालों, कंपनियों के अस्पतालों, इंडस्ट्री के साथ जुड़कर मिशन मोड पर एक्स्ट्रा प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर के रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी गई है।
- केंद्र ने राज्यों को ऑक्सीजन वाले बेड, ICU बेड और ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए कहा है। बेड अलॉट करने के लिए सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर बेस्ड सर्विस शुरू करने, सही ट्रेनिंग के साथ स्टाफ की तैनाती, डॉक्टरों-नर्सों के मैनेजमेंट और मरीजों के लिए एंबुलेंस सर्विस मजबूत करने के लिए भी कहा गया है।
- राज्यों को यह भी सलाह दी गई थी कि वे उपलब्ध बेड के लिए एक रियल टाइम रिकॉर्ड बनाएं और ऐसी व्यवस्था बनाएं कि लोगों को आसानी से बेड मिल सकें। कोरोना से जुड़ी व्यवस्था में लगे आशा समेत दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर को सही और नियमित मेहनताना दिया जाए।
PM मोदी की हाई लेवल मीटिंग में हुआ था फैसला
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च-स्तरीय बैठक में 18+ को वैक्सीनेट करने का फैसला किया गया था। इसके तहत सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी से जारी होने वाले 50% डोज केंद्र सरकार को मिलेंगे और बाकी 50% स्टॉक राज्य सरकारों और खुले बाजार में बिक सकेगा। फिलहाल देश में 45 और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन के डोज लगाए जा रहे हैं।