नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 76वें एपिसोड के दौरान देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मुंबई के डॉ. शशांक से बात की। इस दौरान डॉ. शशांक ने बताया कि लोग बहुत देर से ट्रीटमेंट शुरू करते हैं। सरकारी सूचनाओं का पालन करें तो इस कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। हल्के कोविड के लिए हम ऑक्सीजन मॉनिटर करते हैं, बुखार देखते हैं। बुखार बढ़ने पर पैरासिटामॉल देते हैं।
उन्होंने कहा कि मध्यम कोविड में डॉक्टर के साथ संपर्क जरूरी है। सही और सस्ती दवाई लेनी चाहिए। ऑक्सीजन भी देनी पड़ती है। अक्सर क्या हो रहा है कि रेमडेसिविर है, इसकी वजह से अस्पताल में कम दिन रहना पड़ता है। इसके शुरुआती इस्तेमाल से ही फायदा है, लेकिन इसके पीछे दौड़ना नहीं चाहिए। डॉक्टरों के बताने पर ही लें। प्राणायाम से फायदा होगा। खून पतला करने वाले इंजेक्शन से लोग ठीक हो जाते हैं। सलाह लेना जरूरी है। महंगी दवाइयों के पीछे दौड़ना जरूरी नहीं है।
पिछली बार इन पर अपनी बात रखी थी
इससे पहले उन्होंने अपने मन की बात 28 मार्च को की थी। इस दौरान उन्होंने प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए लोगों का धन्यवाद करते हुए पर्यावरण को बचाने की दिशा में प्रयास करने पर बल दिया था। इसके लिए उन्होंने हर बार की तरह प्रेरणा देने वाले कुछ उदाहरण भी दिए थे, जिनमें ऐसे लोगों के बारे में बताया गया था जो प्रकृति को बचाने के लिए कई बड़े प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने गौरिया और लाइट हाउस टूरिज्म के साथ अमृत महोत्सव, जनता कर्फ्यू, सदाबहार जंगलों आदि का जिक्र किया था।