नई दिल्ली। स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भारत में ऑक्सीजन की कमी दिल दुखाने वाली घटना बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'दुनिया भर के देशों को आगे बढ़कर कोरोना से जूझ रहे भारत की मदद करनी चाहिए। दरअसल, दिल्ली समेत देश के कई राज्य कोरोना की दूसरी लहर के बीच मेडिकल ऑक्सीजन, बेड और दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं।
किसान आंदोलन को लेकर विवादों में आईं थीं
ग्रेटा पिछली बार भारत में किसान आंदोलन के दौरान ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गईं थीं। उनके ट्वीट के साथ शेयर की गई टूलकिट को लेकर विवाद पैदा हो गया था। आरोप लगा था कि भारत विरोधी साजिश के तहत टूलकिट के जरिए अंतरराष्ट्रीय हस्तियों से ट्वीट करवाए गए, ताकि इस मामले को उभारा जा सके।
म्यूटेंट वैरिएंट वजह से बढ़ रहे मामले
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कई म्यूटेंट वैरिएंट की वजह से भारत में कोरोना का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। कोरोना के नियमों के प्रति लोगों की लापरवाही के कारण भी स्थिति भयावह हुई है। रोजाना 3 लाख से ज्यादा केस आने के बाद अस्पतालों में बेड, दवा और ऑक्सीजन की भयंकर कमी पैदा हो गई है।
बीते दिन 3.48 लाख संक्रमित मिले
देश में शनिवार को रिकॉर्ड 3 लाख 48 हजार 979 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। अब तक एक दिन में मिले संक्रमितों का ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है। इस दौरान 2 लाख 15 हजार 803 लोगों ने कोरोना को मात भी दी। वहीं, मौत के आंकड़ों की बात करें, तो बीते दिन देश में 2761 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया।