बैंक में कैशियर थे शिवाजी साटम, 21 साल तक एक ही शो में किया काम, एसीपी प्रद्युम्न बनकर घर-घर में बनाई पहचान

Posted By: Himmat Jaithwar
4/21/2021

बॉलीवुड और टेलीविजन एक्टर शिवाजी साटम 71 साल के हो गए हैं। उनका असली नाम भले ही शिवाजी साटम हो, मगर दुनिया के लिए तो वे एसीपी प्रद्युम्न हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं सोनी टीवी के चर्चित शो ‘सीआईडी’ के एसीपी प्रद्युम्न की। इस भूमिका से शिवाजी साटम इतने लोकप्रिय हो गए कि उनके बिना शो की कल्पना करना भी मुश्किल था। वे इस शो की शुरुआत से आखिर तक जुड़े।

21 साल तक चला शो

‘सीआईडी’ इंडियन टेलीविजन पर चलने वाले सबसे लंबे और लोकप्रिय टीवी शोज में से एक था। यह शो 21 साल तक चला। इसकी शुरुआत 21 जनवरी 1998 से हुई और इसका अंतिम एपिसोड 27 अक्टूबर 2018 को प्रसारित हुआ। नवंबर, 2004 में सीरियल का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड‌स में दर्ज किया गया। इस धारावाहिक के ''दया दरवाजा तोड़ दो'' और ''दाल में कुछ काला है'' जैसे शिवाजी साटम के डायलॉग्स बहुत पॉपुलर हुए थे।

बैंक में कैशियर थे शिवाजी

इस शो के अलावा शिवाजी ने ‘गुलाम-ए- मुस्तफा’, ‘टैक्सी नंबर 9211’, ‘वास्तव’, ‘यशवंत’, चाइना गेट समेत कई फिल्मों में काम किया। मराठी सिनेमा में उन्हें फिल्म ‘उत्तरायण’ से पहचान मिली। वैसे कम ही लोग जानते हैं कि शिवाजी ने फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया था और उसके बाद उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री ली थी। वह सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया में कैशियर थे।

उन्हें थिएटर से काफी लगाव था और वोकेशनल कोर्स के तौर पर उन्होंने नौकरी के दौरान थिएटर ज्वाइन किया हुआ था। कई इंटर-बैंक स्टेज कॉम्पिटिशन में शिवाजी ने अपना एक्टिंग टैलेंट दिखाकर तारीफें बटोरीं। 1980 में उन्होंने टीवी सीरियल ‘रिश्ते-नाते’ से टीवी पर डेब्यू किया था। 1988 में उन्होंने ‘फेमस ट्रायल्स ऑफ़ इंडिया’ सीरीज में काम किया था। इसके बाद वह मराठी सो ‘एक शून्य शून्य’ में नजर आए और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।



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