ऑक्सीजन और बेड की कमी से फूलने लगीं प्रशासन की सांसें; 20 दिन में 1 लाख से ज्यादा केस आए सामने, आधे मरीज जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा के

Posted By: Himmat Jaithwar
4/21/2021

जयपुर। कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण ने पूरी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। प्रदेश के प्रमुख बड़े शहरों में हाहाकार मचा हुआ है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा में बेड फुल हैं। समय पर लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। कोटा में तो ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने से 19 अप्रैल की रात 2 मरीजों की जान तक चली गई थी। ऑक्सीजन और बेड की कमी के कारण मरीज भटक रहे हैं, देखने-सुनने वाला कोई नहीं है। सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों पर दबाव कुछ इस कदर बढ़ा है कि कोई भी कुछ बेहतर कर पाने की स्थिति में नहीं है। पिछले 20 दिनों में एक लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका है।

राज्य में हर रोज औसतन 13 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडरों की खपत हो रही है। इसकी मांग में लगातार इजाफा भी हो रहा है। प्रशासन का दावा है कि राज्य में सभी जगह हर रोज औसतन 25 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर उत्पादन की क्षमता है। इसके बावजूद कोटा, उदयपुर जैसे शहरों में ऑक्सीजन के लिए मारामारी हो रही है। उदयपुर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने हिंदुस्तान जिंक का प्लांट कब्जे में ले लिया है। यहां अब हर रोज ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत बढ़कर 2 हजार तक पहुंच गई है।

51 फीसदी संक्रमित केवल 4 जिलों में आए

राजस्थान में अप्रैल के 20 दिन के अंदर एक लाख 5 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। यह अब तक कोरोना काल में आए एक माह में सर्वाधिक संख्या है। सबसे ज्यादा जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर में स्थिति बिगड़ी है। पूरे प्रदेश में जितने मरीज अप्रैल में आए, उसका 51 फीसदी इन 4 जिलों में मिले हैं। इन चारों जिलों में 20 दिन के अंदर 54 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। मौत की संख्या भी अप्रैल के अंदर 450 पहुंच गई है, जबकि इससे पहले सबसे ज्यादा मौत पिछले साल सितंबर में 438 हुई थी।

राजस्थान के टॉप 5 जिले, जहां 1 से 20 अप्रैल तक आए सबसे ज्यादा संक्रमित

जिला संक्रमित केस मौत ठीक हुए
जयपुर 17,934 54 3535
जोधपुर 14,015 87 4216
कोटा 11,490 53 4717
उदयपुर 11,024 60 2643
अलवर 4981 10 1086

इसलिए भी बिगड़े हालात

इन चार जिलों में कोरोना संक्रमित मिलने के अलावा आस-पास के जिलों में आए कोरोना मरीजों के इलाज का भी लोड बढ़ गया है। उदयपुर में राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ से भी मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इसी तरह, जोधपुर में नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर और पाली जिलों के गंभीर मरीजों का भार है। जयपुर में सीकर, झुंझुनूं, चूरू, दौसा, टोंक, सवाई माधोपुर सहित अन्य जिलों में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं।

सरकार कोटा में छुपा रही है मौत के आंकड़े

कोटा की बात करें तो यहां बीते 20 दिन के अंदर 11,400 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं। अस्पतालों में बढ़ती ऑक्सीजन की किल्लत और समय में उपचार नहीं मिलने पर गंभीर हालात में भर्ती मरीजों की मौत हो रही है। कोटा में मंगलवार को एक दिन में 19 लोगों की मौत हुई है, लेकिन कोविड की डेली रिपोर्ट में सरकार ने केवल 10 ही बताई है। कोटा में भी ऑक्सीजन के प्लांट अब हांफने लगे हैं। यहां प्रतिदिन 1900 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग है। आपूर्ति एवं उत्पादन इससे कम है। हालात यही रही तो अभी न जाने और कितनी जानें जाएंगी।



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