कोरोना के खिलाफ लंबी है लड़ाई
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी है। हमें न थकना है और न हारना है। लंबी लड़ाई के बाद भी जीतना है। विजयी होकर निकलना है। आज देश का लक्ष्य एक है, मिशन एक है, और संकल्प एक है- कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में जीत। कल भी रात को नौ बजे, हमने 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं। हर वर्ग, हर आयु के लोग, अमीर गरीब, पढ़ा-लिखा हो, अनपढ़ हो, सभी ने मिलकर, एकजुटता की इस ताकत को नमन किया, कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अपना संकल्प और मजबूत किया।
प्रधानमंत्री ने किए ये पांच आग्रह
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं आपसे पांच संकल्प लेने का आग्रह करता हूं। जिसमें पहला आग्रह है- गरीबों को राशन के लिए अविरत सेवा अभियान। दूसरा आग्रह है- अपने साथ ही आप 5-7 अन्य लोगों के लिए फेस-कवर बनवाएं और उनका वितरण करें। तीसरा आग्रह है- नर्स और डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, बैंक और पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी और आवश्यक सेवाओं में जुटे हुए सभी कर्मचारियों को धन्यवाद देना। चौथा आग्रह है- ज्यादा से ज्यादा लोगों को 'आरोग्य सेतु ऐप' की जानकारी दें और कम से कम 40 लोगों के मोबाइल में ये ऐप इंस्टॉल भी करवाएं। पांचवा आग्रह है- पीएम-केयर्स फंड में प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को खुद भी सहयोग करना है और 40 अन्य लोगों से भी इसमें सहयोग करने के लिए प्रेरित करना है।
भारत ने दुनिया के सामने प्रस्तुत किया उदाहरण
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने के लिए भारत के अब तक के प्रयासों ने दुनिया के सामने एक अलग ही उदाहरण प्रस्तुत किया है। भारत दुनिया के उन देशों में से है जिसने कोरोना वायरस की गंभीरता को समझा और इसके खिलाफ एक व्यापक जंग की शुरुआत की। भारत ने एक के बाद एक निर्णय किए। उन फैसलों को जमीन पर उतराने का भरसक प्रयास किया। हर स्तर पर एक के बाद एक प्रोएक्टिव होकर भारत ने कई फैसले लिए।