खुदा से माफ़ी माँगी,रोजा तोड़ा और फिर प्लाज़्मा दान कर जान बचायी, शाबास अकील

Posted By: Himmat Jaithwar
4/18/2021

उदयपुर। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया अपने अपने तरीक़े से लड़ रही है, लोग अपने आप को बचाने के हर मुमकिन कोशिश में जुटे हैं।वहीं समाज मे ऐसे कई लोग भी हैं, जो इस दौर में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों को नया जीवनदान देने के लिए आगे आ रहे है।

उदयपुर निवासी अकील नाम के युवक ने रमजान के पाक महीने का पहला रोजा तोड़कर मानवता का फर्ज अदा किया है।दरअसल अकील अब तक 17 बार ब्लड और  3 बार कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों के लिए अपना  प्लाज्मा दान कर चुके हैं।
कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों को प्लाज्मा की आवश्यकता रहती है। 

उदयपुर में भर्ती एक मरीज को A+  प्लाज्मा की जरुरत थी और किसी भी ब्लड बैंक में A+ प्लाज्मा उपलब्ध नहीं था। जब इसकी जानकारी रमजान के रोजा रखने वाले अकील मंसूरी को मिली तो उन्होंने अपना एंटीबॉडी टेस्ट करवाया।एंटीबॉडी पॉजिटिव आने पर उन्हें पता चला कि भूखे पेट प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकते हैं तो अकील ने अल्लाह से माफी मांग कर अपना रोजा तोड़ा और कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीज को प्लाज्मा दान किया। रमजान में रोजे रखने वाले अकील का कहना है कि अल्लाह की सच्ची इबादत किसी की सेवा करना है और उन्हें जब सेवा का यह मौका मिला इसलिए उन्हें अपना रोजा तोड़ने का भी कोई गम नहीं है।अकील ने इस मौके पर ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया और आगे भी इस तरह के सेवा का करने के लिए आगे आने की बात कही।



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