इंडसइंड बैंक में हिस्सेदारी बढ़ा सकता है हिंदुजा परिवार, नियमों का कर रहा है इंतजार- गोपीचंद हिंदुजा

Posted By: Himmat Jaithwar
4/11/2021

हिंदुजा समूह ने कहा है कि वह इंडसइंड में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी बढ़ा सकता है। हालांकि इसके लिए वह रेगुलेटर के नियमों का इंतजार कर रहा है। इससे पहले भी प्रमोटर्स ने बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह बात हिंदुजा समूह के को-चेयरमैन गोपीचंद हिंदुजा ने कही।

सितंबर में 14.68 से बढ़कर फरवरी में 16.56 पर्सेंट हुई हिस्सेदारी

सितंबर 2020 में बैंक में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 14.68% थी, जो 18 फरवरी 2021 को बढ़ कर 16.56% हो गई है। गोपीचंद हिंदुजा ने ब्लूमबर्ग से बात करते हुए कहा कि बैंक में हमने पहले ही अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। हम मानते हैं कि 10 वर्षों में भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। और बैंकिंग में हमारे पास जो अनुभव है, उसके आने के बाद हम निश्चित रूप से नियमों का पालन करेंगे। हमारा ग्रुप इंडसइंड बैंक के लिए प्रतिबद्ध है।

कई देशों में फैला है साम्राज्य

जीपी हिंदुजा का कई देशों में बिजनेस का साम्राज्य फैला है। यह ग्रुप ट्रक से लेकर फाइनेंस और मीडिया तक है। इस ग्रुप को गोपीचंद के साथ उनके तीन भाइयों द्वारा चलाया जाता है। इसका फैलाव ब्रिटेन और यूरोप के साथ भारत में भी है। गोपीचंद ने कहा कि यह ग्रुप हमेशा फाइनेंस और ट्रेडिंग में यकीन करता है। वेल्थ मैनेजमेंट हमारे खून के भीतर रहा है। फाइनेंस और बैंकिंग हमारे ग्रुप का अभिन्न हिस्सा रहा है।

अच्छे अवसर में आजमाते हैं किस्मत

हिंदुजा ने कहा कि जब भी हमें कुछ अच्छे अवसर मिलते हैं, तो उद्यमी होने के नाते हम इसमें किस्मत आजमाते हैं। हमारा उद्देश्य वर्षों से प्राप्त अनुभव और रिश्तों के आधार पर सबसे बड़े ग्लोबल मल्टीफैमिली ऑफिस का निर्माण करना है। हमने 1918 में स्पेनिश फ्लू से हुई महामारी को भी हमने झेला है। हमने दो विश्व युद्ध भी देखा है और 1929 की महामंदी भी देखी है।

हिंदुजा ने कहा कि अब ये चीजें होती रहती हैं। इसलिए हमें चिंतित नहीं होना चाहिए कि ये सब क्यों हो रहा है। क्योंकि इसमें अवसर भी हैं। और सही समय पर अगर हम इसमें सक्षम हो जाते हैं, तो यह अच्छी तरह से काम करता है। हम इसी में विश्वास करते हैं।

सरकारें इस समय पूरी दुनिया में सहायता कर रही हैं

उनके मुताबिक, सरकारें इस समय वास्तव में सहायता कर रहीं हैं। अमेरिका को देखिए जहां राष्ट्रपति बाइडेन 1.9 लाख करोड़ डॉलर दे रहे हैं। आप ब्रिटेन को देखिए जहां काफी मदद दी जा रही है। ऐसे में सही समय पर जब अमीर लोग अधिक पैसा कमा रहे हैं यदि वे ज्यादा टैक्स दे रहे हैं, तो मुझे इसमें कोई बुराई नहीं दिखती है। जहां तक हमारे ग्रुप का संबंध है, हम केवल एक चीज में विश्वास करते हैं वह यह कि हमें क्या देना है।

सब कुछ सबका है, कुछ भी किसी का नहीं है

हिंदुजा ने कहा कि हमारे ग्रुप में यह माना जाता है कि सब कुछ सबका है, कुछ भी किसी का नहीं है। और हम हमेशा - हमारे पिता ने हमें सिखाया कि यदि आप पैसे कमा रहे हैं, तो आपको कोशिश करनी चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे जरूरतमंद लोगों को और समाज को दिया जाए। अगर ये टैक्स आ रहे हैं, तो इसकी अच्छी खासी जरूरत भी है। हम इसे अपने साथ स्वर्ग में नहीं ले जाने वाले नहीं हैं। मरना एक दिन सभी को है।

भविष्य ग्रीन और इलेक्ट्रिक वाहन का है

गोपीचंद ने कहा कि फ्यूचर तो ग्रीन, स्थिरता (sustainability) और इलेक्ट्रिक वाहन का है। इसलिए हमारे युवा, मेरे बेटे और मेरे भतीजे, धीरज और शोम वे इन सेक्टर को लेकर प्रतिबद्ध हैं। वे पुरानी अर्थव्यवस्था में विश्वास नहीं करते। उन्हें लगता है कि पुरानी अर्थव्यवस्था खत्म हो गई है और चीजें बदल गई हैं। इस महामारी के साथ फिर से नए बदलाव हो रहे हैं। इसलिए हम सिर्फ एक बिजनेस में टिके नहीं रहते हैं।

लंदन में न्यौता देकर बेच रहे हैं प्रॉपर्टी

हिंदुजा ने कहा कि हम लंदन में अपनी प्रॉपर्टी को केवल इनविटेशन देकर बेच रहे हैं। हमारी बिक्री अगले सप्ताह से शुरू होगी। मेरे पास पहले से ही खरीदारों की एक बड़ी लाइन है क्योंकि न केवल यह एक अनूठा ट्रॉफी प्रोजेक्ट है, बल्कि होटल की साइड इसमें 125 होटल के कमरे और नौ रेस्तरां हैं। इसमें एक टैरेस भी है। यह एक ऐतिहासिक और अद्वितीय प्रॉपर्टी है जो युद्ध के लिए और फिर चर्चिल और प्रधान मंत्री लॉयड जॉर्ज के लिए थी। लेकिन, अब प्रेम और शांति में परिवर्तित हो गया है।

11 टेक्नोलॉजी की कंपनियां हैं

हिंदुजा ने कहा कि हमारे पास लगभग 11 टेक्नॉलजी कंपनियां हैं। हम साइबर सिक्योरिटी पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। कंपनी का नाम CyQureX है और हम मानते हैं कि साइबर सुरक्षा का भविष्य बहुत अच्छा है। निश्चित रूप से हमारा ग्रुप पिछले 100 वर्षों में विकसित हुआ है और आगे भी हमेशा बढ़ता रहेगा। हमें दूसरों के पैसे के साथ खिलवाड़ करना पसंद नहीं है। हम बहुत रूढ़िवादी रूप से, सावधानी से आगे बढ़ना पसंद करते हैं। हम उधारी लेने में बहुत सावधान रहते हैं।



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