मथुरा. उत्तर प्रदेश में योगी शासनकाल में माफियाओं पर शिकंजा कसने के सिलसिला लगातार जारी है. आये दिन कहीं न कहीं इस तरह की कार्रवाई देखने को मिल रही है. मथुरा (Mathura) में भी इस तरह की कार्रवाई उस समय नजर आई, जब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रदेश भर में शिक्षकों की नियुक्ति घोटाले के मास्टरमाइंड रविन्द्र सिंह की 75 लाख की संपत्ति को थाना कोतवाली पुलिस ने 14 (1) के तहत कुर्क कर दिया. सीओ सिटी की अगुवाई में मुनादी कर हुई कार्यवाही में पुलिस ने अवैध रूप से धन अर्जित कर बनाई गई 75 लाख की आलीशान कोठी व प्लाट को सीज किया. शिक्षक घोटाले के आरोपी मास्टर माइंड रविन्द्र पर आरोप है कि उसने गिरोह बनाकर फर्जी दस्तावेजों पर प्रदेश भर में कई शिक्षक भर्ती किये थे. कोतवाली पुलिस की कुर्की की यह कार्यवाही थाना हाईवे क्षेत्र के एटीवी फैक्ट्री के समीप की गई. क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह एवं तहसीलदार द्वारा कुर्क कर मुनादी कराई. कौन है रविंद्र सिंह? सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया कि मथुरा में एक चर्चित टीचर्स भर्ती घोटाला हुआ था. उसका अभियुक्त रविंद्र सिंह ग्राम भरतिया, थाना बलदेव का मूल निवासी है. उसके द्वारा अपराधिक गतिविधियों से जो भी संपत्तियां अर्जित की गई थी, करीब उनकी 75 लाख की संपत्तियां जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में आज कुर्क की जा रही हैं. 14 गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत. फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले की परतें 2018 में खुलनी शुरू हुई थीं, जिसमें मथुरा में कई मुकदमे इस टीचर भर्ती घोटाले के संबंध में दर्ज हुए थे. रवींद्र मामले का मास्टरमाइंड था. अभियुक्त रविंद्र सिंह ने आपराधिक कृत्यों के द्वारा भारी मात्रा में अवैध रूप से संपत्तियां अर्जित की गई थीं, जिस पर गैंगस्टर का मुकदमा लगाया गया था और उसी में गैंगस्टर एक्ट के 14 (1) के अंतर्गत उसके द्वारा अवैध रूप से जो भी संपत्ति अर्जित की गई थी, वह जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में संपत्तियां कुर्क की गयी है.