रायपुर: छत्तीसगढ़ से सुकमा-बीजापुर में हुए नक्सलियों के हमले में सुरक्षाबलों के 22 जवान शहीद हो गए हैं. इस एनकाउंटर में 9 नक्सली भी मारे गए हैं. बीजापुर जिले के एसपी कमलोचन कश्यप ने यह जानकारी दी है.
राष्ट्रपति ने घटना पर जताई संवेदना
बीजापुर एनकाउंटर में 22 जवानों की शहादत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संवेदना जताई है. राष्ट्रपति ने ट्वीट करके कहा,'छत्तीसगढ़ में माओवादी विद्रोह से जूझते हुए सुरक्षाकर्मियों की हत्या गहरी पीड़ा का विषय है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना. राष्ट्र उनके दर्द को साझा करता है और इस बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.'
खुफिया एजेंसियों ने किया था अलर्ट
जानकारी के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने बीजापुर में नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजापुर, सुकमा, कांकेर में कैंप कर रहे थे. उनकी संख्या 200 से 300 बताई जा रही थी. यह भी पता चला था कि नक्सलियों के कई डिविजनल कमांडर छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कैंप कर रहे हैं.
आईईडी प्लांट करने का बड़ा प्लान
खुफिया रिपोर्ट में बताया गया था कि नक्सली छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आईईडी प्लांट करने का बड़ा प्लान कर रहे हैं. वे जंगलों में बनाए जा रहे सुरक्षा बलों के कैंपों को भी निशाना बना सकते हैं. ट्राई जंक्शन पर नक्सलियों के इकट्ठा होने की भी खबर सुरक्षाबलों को मिली थी. इन सब सूचनाओं के आधार पर सुरक्षाबलों ने शनिवार को नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू किया था. बीजापुर के जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ के बाद 5 जवानों के शव शनिवार को बरामद किए गए थे, वहीं 17 जवानों के शव रविवार को जंगल से मिले.
गृह मंत्री ने किया नमन
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मृतकों के प्रति संवेदना जताते हुए घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं. राष्ट्र उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा. मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है. हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.'