जयपुर। राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। प्रदेश में बीते एक महीने में एक्टिव केस बढ़कर 10 गुना हो गई है। 1 मार्च को यहां 1,304 मरीजों का इलाज चल रहा था। 2 अप्रैल को यह संख्या बढ़कर 10,484 हो गई। इससे भी ज्यादा गंभीर बात यह है कि पिछले 30 दिनों में कोरोना की रफ्तार 14 गुना हुई है। 2 मार्च को 102 नए केस मिले थे, वहीं 2 अप्रैल को यह आंकड़ा 1400 को पार कर गया।
राज्य में 2 अप्रैल को इस साल के सबसे ज्यादा 1422 केस सामने आए थे। राजधानी जयपुर, जोधपुर, कोटा, डूंगरपुर और उदयपुर में रोजाना 100 से ज्यादा पॉजिटिव मिल रहे हैं।
निजी अस्पतालों में 10% बेड रिजर्व रखने के आदेश
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिन निजी अस्पताल में 60 या इससे ज्यादा बेड हैं, उनमें कुल क्षमता का 10% और ICU में 10% बेड कोविड-19 मरीजों के के लिए रिजर्व रखें।
सबसे ज्यादा 1,891 एक्टिव केस जयपुर
राज्य में अभी 10,484 एक्टिव मरीज हैं, यानी इतने मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें से सबसे ज्यादा 1,891 एक्टिव केस जयपुर में हैं। इसके बाद जोधपुर है, जहां रोजाना 100 से ज्यादा केस आ रहे हैं। यहां 1451 एक्टिव केस हैं। इसी तरह, अजमेर में 616, अलवर में 237, बांसवाड़ा में 179, बारां में 178, बाड़मेर में 50, भरतपुर में 47, भीलवाड़ा में 506, बीकानेर में 131, चित्तौड़गढ़ में 334 और चूरू में 10 मरीजों का इलाज चल रहा है।
उधर, दौसा में 14, धौलपुर में 26, डूंगरपुर में 584, श्रीगंगानगर में 143, हनुमानगढ़ में 92, जैसलमेर में 15, जालौर में 72, झुंझुनूं में 28, करौली में 39, कोटा में 891, नागौर में 146, पाली में 135, प्रतापगढ़ में 159, राजसमंद में 565, सवाईमाधोपुर में 79, सिरोही में 162, टोंक में 462, जबकि उदयपुर में 897 एक्टिव केस हैं।
70% एक्टिव केस 8 शहरों में
जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर और भीलवाड़ा में एक्टिव केस सबसे तेजी से बढ़े हैं। पूरे राज्य के कुल मरीजों का 70% एक्टिव केस इन्हीं 8 शहरों में हैं।
राज्य में एक महीने में 14 गुना हो गए नए केस
तारीख |
पॉजिटिव केस |
1 मार्च |
119 केस |
5 मार्च |
195 केस |
10 मार्च |
188 केस |
15 मार्च |
251 केस |
20 मार्च |
445 केस |
25 मार्च |
715 केस |
30 मार्च |
665 केस |
31 मार्च |
906 केस |
1 अप्रैल |
1350 केस |
2 अप्रैल |
1422 केस |
हर रोज कागजों और बयानों में सरकार की सख्ती, लेकिन जमीनी हकीकत अलग
राज्य सरकार लगातार सख्ती के आदेश निकाल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगभग रोज ट्वीट कर लोगों को हिदायत दे रहे हैं। वहीं, सरकार के मंत्री तक भीड़ लेकर घूम रहे हैं। शुक्रवार को ही भरतपुर के स्थानीय विधायक और चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग होली की रामा-श्याम करने भीड़ को लेकर बाजार में निकल गए। खुद मंत्री और चंद लोगों ने मास्क लगा रखे थे, लेकिन बाकी चेहरों से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग गायब थी।
इसी तरह होली से ठीक पहले जिस दिन सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की थी, उसी दिन परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास एक कांग्रेसी नेता के घर पर भीड़ के बीच बिना मास्क फागोत्सव में झूमते नजर आ रहे थे। भले ही कोरोना की रोकथाम के लिए नाइट कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। दिन में सार्वजनिक जगहों और बाजारों में हाल बेहाल है। वहां भीड़ कंट्रोल करने के लिए कोई रोकटोक नहीं हो रही।